बिहार लोक सेवा आयोग की ओर 13 दिसंबर को ली जाने वाली 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा को लेकर हुए बवाल पर सियासत जारी है, अब डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, कोचिंग संचालक गुरु एम रहमान और खान सर पर हमला बोला है।
डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कहा कि ‘बच्चों से बात करने पर यह बात सामने आई है कि इनको भ्रम में डाला गया। सरकार को बदनाम करने की कोशिश की गई। 18 अक्टूबर तक अप्लाई करने का मौका दिया गया था, लेकिन पर्व को देखते हुए आयोग ने अप्लाई करने की तारीख 4 नवंबर तक बढ़ा दी। नॉर्मलाइजेशन का कहीं कोई जिक्र नहीं है। खान और रहमान जैसे शिक्षक कोचिंग चलाने के नाम बच्चों को दिगभ्रमित करने का प्रयास करते हैं। यह लोग संदिग्ध स्वरूप में बच्चों के आंदोलन के नेतृत्वकर्ता के रूप में अराजकता फैलाने का प्रयास करते हैं। यह घोर निंदनीय है। शिक्षक का काम है कि बच्चों के भविष्य को संवारने का है। न कि बिगाड़ने और अराजकता फैलाने का है।’
डिप्टी CM विजय सिन्हा ने तेजस्वी के बयान पर जवाब देते हुए राजद पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि ‘यह वो लोग हैं, जो नौकरी के नाम पर जमीन लिखवाते हैं। हमारी सरकार बच्चों और बिहार के हित में काम करती है।’ दरअसल तेजस्वी ने कहा कि ‘ये रवैया भाजपा-नीतीश सरकार के अहंकार और अफसरशाही के तानाशाही का प्रतीक है। जिनकी राजनीति से रिटायर होने की उम्र है वो पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं तथा नौकरी की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों पर लाठियां चलवा रहे हैं।’
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