बंगाल रे’पकांड के बाद से देश भर में अस्पतालों की स्थिति बदहाल होते जा रही है। डॉक्टरों की हड़ताल के कारण मरीज़ भगवान भरोसे दर-दर की ठोकड़ खाने को मजबूर हो गए है। जिस अस्पताल में आसानी से बेड नहीं मिलता है वहां सभी बेड खाली पड़े है। इस बीच एक जानकारी सामने आ रही है कि बिहार में शनिवार को कुल 800 सर्जरी कैंसिल हुई। राज्य के बड़े-बड़े अस्पताल में इस विरोध का बड़ा असर देखने को मिल रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार, बंगाल रे’पकांड के बाद से बिहार में भी पिछले चार दिनों से सरकारी अस्पताल में चिकित्सकों की हड़ताल जारी है। ऐसे में ओपीडी सेवाएं और प्लांड सर्जरी ठप पड़ी है। पूरे प्रदेश की बात करे तो 800 से अधिक सर्जरी कैंसिल हो चुकी है। वहीं, चार दिनों में पटना की बात करें तो 350 से अधिक तय सर्जरी पोस्टपोंड हुई है। गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरीजों की पीड़ा बढ़ती जा रही है।
परिजनों का कहना है कि वे लोग गरीब हैं, इसलिए सरकारी अस्पताल में आए हैं। प्राइवेट में सक्षम नहीं हैं, लेकिन सरकारी डॉक्टर हड़ताल पर हैं। इसके अलावा कई सुपर स्पेशलिटी अस्पताल भी हड़ताल के कारण ओपीडी सेवा पूरी तरह बंद है। सिर्फ पीएमसीएच में प्रतिदिन 2500-2700 मरीज बिना इलाज लौट रहे हैं। वहीं, पूर्व से जो एडमिट मरीज बिना ट्रीटमेंट के डिस्चार्ज लेकर घर लौटने को मजबूर हैं।