बिहार सरकार के एक मंत्री का दावा है कि अब भगवान का पूजा करने वाले पुजारियों को भी वेतन मिलेगा। बीजेपी के मोतिहारी विधायक व बिहार सरकार के गन्ना उद्योग व विधि मंत्री प्रमोद कुमार ने कहा है कि मठ-मंदिर के सेवकों को मंदिर व मठ में होने वाली आमदनी में से एक निश्चित राशि तनख्वा के रूप में दिया जाएगा।
सारी कमाई महंथ के पास
उन्होंने बताया कि मठ मंदिर 1950 में बने कानून के अनुसार धार्मिक न्यास बोर्ड के अधीन है। जिसका एक कमिटी होता है। उस कमिटी के पदेन अध्यक्ष सरकारी अधिकारी होते हैं। मंदिर और उसकी भूमि से होने वाली आमदनी को बैंक में जमा कराया जाता है। लेकिन कुछ मंदिरों में बैंक खाता नहीं है और उसकी सभी कमाई मठ मंदिर के महंथ के पास जाता है।
मैथ मंदिर के आमदनी से तनख्वाह
वैसे मठ-मंदिर में स्थापित देवी-देवता के नाम पर बैंक में पासबूक खोला जाए ताकि मठ मंदिर में पूजा करने वाले पुजारी और अन्य कर्मियों को एक निश्चित राशि दी जा सके। हालांकि गन्ना उद्योग व विधि मंत्री प्रमोद कुमार ने एक बात पूरी तरह से साफ कर दिया है कि किसी पुजारी को सरकार के तरफ से कोई मान्यदेय नहीं दिया जाएगा। जो भी मठ मंदिर से आमदनी होगी उसी में से तनख्वाह दिया जाएगा। वहीं बाकि चढ़ावे के पैसे से मंदिर का विकास किया जाएगा।