बिहार के मजदूरों को श्रम संसाधन विभाग की ओर से तोहफा दिया गया है। सरकार ने दुर्गा पूजा से पहले मजदूरों का दर बढ़ा दिया है। सरकार ने प्रतिदिन 2 रूपये की वृद्धि की है। आज से ही ये नई न्युनतम दर को लागू कर दिया गया है। वहीं, सरकार के इस फैसले से कहीं खुशी का माहौल है, तो कहीं मजदूरों में आक्रोश देखा जा रहा है।
दरअसल, पहले अर्धकुशल मजदूर को 426 रुपए, कुशल मजदूर को 519 रुपए तो अतिकुशल मजदूर को 634 रुपए रोजना मजदूरी मिल रही थी। विभाग ने इस श्रेणी में भी दो-दो रुपए रोजना की वृद्धि कर दी है। वहीं, अब विभाग की तरफ से जारी नई दर के अनुसार, लिपिकीय कार्य करने वाले कामगारों की मजदूरी में 44 रुपए मासिक वृद्धि की गई है।
वहीं, घरेलू कामगारों में बर्तन और कपड़ा धोने के अलावा पोछा लगाने पर अब 1221 रुपए प्रतिमाह के बदले 1226 रुपए मजदूरी मिलेगी। आठ घंटे तक बच्चों की देखभाल और घरेलू कार्य करने पर 9830 रुपए प्रतिमाह मिलेंगे। इसी तरह कटनी कार्य को छोड़कर खेती में अन्य काम करने पर 391 रुपए प्रतिदिन तो ट्रैक्टर ड्राईवर और पंप ऑपरेटर को 14150 रुपए प्रतिमाह मिलेंगे।
वहीं, दर में वृद्धि मिलने के बाद से कई मजदूरों में आक्रोश भी है। उनका कहना है कि देश में 2 गुने गति से महंगाई बढ़ रही है और हमे सिर्फ 2 रुपए अतिरिक्त बढ़ाया गया है। देश के मजदूर महज एक मजाक बन कर रह गए है। सरकार कभी जमीनी स्तर पर उतरेगी तब उन्हें सचाई का अंदाज होगा।