पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई बैठक में कई अहम फैसले लिए। तीन नगर परिषद को नगर निगम में शामिल किया गया। वहीं, दर्जन भर नगर पंचायत अब नगर परिषद में शामिल हो गईं। इसके अलावा सभी अनुमंडल कॉलेजों को विश्वविद्यालय के अधीन कर दिया गया। फिलहाल 22 राजकीय कॉलेज शिक्षा विभाग के स्तर पर संचालित हो रहे थे। इन्हें सरकार ने उन जगहों पर खोला था, जहां कॉलेज नहीं थे।
मुजफ्फरपुर नगर निगम का विस्तार, सहरसा भी अब निगम
कैबिनेट की बैठक में मुजफ्फरपुर नगर निगम क्षेत्र का विस्तार किया गया। छपरा नगर निगम का भी क्षेत्र बढ़ा। इसके अलावा नगर परिषद सहरसा को नगर निगम का दर्जा दिया गया। पटना जिला अंतर्गत नगर पंचायत मनेर को नगर परिषद बनाया गया है। लखीसराय जिले की नगर पंचायत बड़हिया को नगर परिषद बनाया गया है। जमुई जिले की नगर पंचायत झाझा, मधुबनी की झंझारपुर और नालंदा जिले की इस्लामपुर को नगर परिषद बनाया गया है।
योगापट्टी नगर पंचायत का नाम बदला गया
पश्चिम चंपारण की नगर पंचायत योगापट्टी का नाम अब मच्छरगांवा हो गया है। मधुबनी जिले की मंगरौनी उत्तरी पंचायत के वार्ड एक-दो और रघुनी देहट पंचायत के वार्ड-8 और 13 को नगर निगम में शामिल किया गया है। इसी तरह किशनगंज जिले की पौआखाली नगर पंचायत में पैकपाड़ा गांव और पेटभरी शामिल हो गए हैं। नवादा नगर परिषद में रेपुरा सिरसा गांव शामिल हुआ। दरभंगा की नगर पंचायत कमतौल में अहियारी दक्षिणी के वार्ड 14 और गांव गेसरी को जोड़ा गया है। अब इस नगर पंचायत का नाम कमतौल अहियारी हो गया है।
दरभंगा व नालंदा में भी हुआ बदलाव
दरभंगा की नगर पंचायत जाले में कतरौल बसंद व दोघड़ा के आंशिक भाग को जोड़कर यह नगर परिषद बनाई गई। शिवहर नगर परिषद में सुंदरपुर गांव को शामिल किया गया। नालंदा की नगर परिषद राजगीर में नई पोखर पंचायत के गांव नई पोखर, बालवापुर, लक्ष्मीपुर, लहुआर, पोखरपर, गाजीपुर, सौरेय, रामहरी पिंड, उजरपुर, ग्राम पंचायत गोगौर के गांव कटारी, पथरौरा के गांव बड़हरी समेत कई गांव को शामिल किया गया है।