संजीव कुमार सिंघल, पुलिस महानिदेशक, बिहार के द्वारा पुलिस मुख्यालय के विभिन्न कार्यों को और अधिक पारदर्शी बनाने, सुचारू रूप से प्रभाग के कार्यों के सम्पादन करने, तकनीकी बाधाओं को उद्धृत करने तथा उच्च स्तर से सुझाव तथा निर्देश करने के उद्देश्य से गहन समीक्षा हेतु लिये गये निर्णय के आलोक में आज शुक्रवार को बिहार पुलिस मुख्यालय में आधुनिकीकरण प्रभाग के कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई।
समीक्षा का उद्देश्य कठिनाइयों को दूर करना
समीक्षा के क्रम में जितेन्द्र सिंह गंगवार, अपर पुलिस महानिदेशक मुख्यालय, पारस नाथ, अपर पुलिस महानिदेशक, बजट, कल्याण एवं अपील, डॉ० कमल किशोर सिंह, अपर पुलिस महानिदेशक, आधुनिकीकरण एवं एसएसीआरबी, सुनील कुमार अपर पुलिस महानिदेशक, विशेष शाखा तथा अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित रहें। पुलिस महानिदेशक के द्वारा समीक्षा के प्रारम्भ में हीं अपने द्वारा की जा रही समीक्षा के उद्देश्यों को स्पष्ट करते हुए कहा गया कि समीक्षा का उद्देश्य जमीनी स्तर पर कठिनाइयों को उद्धृत करना, उन कठिनाइयों को दूर करने हेतु उसका क्रियान्चयन करना तथा किये जा रहे कार्यों को देखना है।
स्मार्ट पुलिसिंग को लागू करना
वहीं कमल किशोर सिंहअपर पुलिस महानिदेशक, आधुनिकीकरण एवं एसएसीआरबी के द्वारा पॉवर प्वाइण्ट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से आधुनिकीकरण के उद्देश्य को दर्शाते हुए बताया गया कि पुलिस बल के आधुनिकीकरण योजना का उद्देश्य राज्य पुलिस को स्वावलम्बी बनाना तथा उसकी केन्द्रीय सशस्त्र बलों पर निर्भरता को क्रमिक रूप से कम करना है। इस योजना में ई-गवर्नेंस के द्वारा स्मार्ट पुलिसिंग (Smart Policing) को लागू करना, पुलिस की आधारभूत संरचनाओं को समृद्ध करना तथा प्रभावकारी सेवा देने हेतु तकनीकी का प्रयोग करना है।
आधुनिकीकरण की चल रही योजना
उनके द्वारा पुलिस के आधुनिकीकरण हेतु चल रही योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि वर्तमान में चल रही योजनाएँ 1. निर्भया फंड 2. MPF (Modernisation of Police Force) 3. SIS (Special Infrastructure Scheme) तथा 4. State plan है। निर्भया फंड के अन्तर्गत महिलाओं तथा बच्चों के विरुद्ध साइबर क्राइम की रोकथाम, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग तथा वुमेन हेल्प डेस्क से सम्बंधित कार्य होता है। MPF स्कीम के तहत इन्फ्रास्टक्चर, मोबेलिटी, वैपन, स्मार्ट पुलिसिंग आदि सम्बंधित कार्य किया जाता है।
स्पलाई चेन में जो कमी हो उसे भी दूर की जाय
पुलिस महानिदेशक के द्वारा सुझाव देते हुए कहा गया कि जो कार्य सम्पन्न हो चुके हैं, उन पर चर्चा आवश्यक नहीं है। पुलिस महानिदेशकने कहा कि महिला पुलिस कर्मियों की सुविधा हेतु जो व्यवस्थाएँ की जा रही हैं, उनमें जो कमियाँ हो उसे दूर किया जाय। स्पलाई चेन में जो कमी हो उसे भी दूर की जाय। वहीं कमल किशोर सिंह, अपर पुलिस महानिदेशक, आधुनिकीकरण एवं एस0सी0आर0बी0 प्रभाग के द्वारा की जा रही कार्रवाइयों की जानकारी देते हुए बताया गया कि SIS स्कीम के अधीन के बोध गया में STF ट्रेनिग सेंटर का कार्य पूरा है।
शौचालय सह स्नानागार का कार्य पूर्ण
28 नक्सल थानों में 4 नक्सल थानों का कार्य पूरा है तथा शेष का कार्य प्रगति पर है। स्टेट प्लान के अंतर्गत में सभी थाना, पुलिस लाईन में महिला शौचालय का निर्माण कराये जाने का संकल्प लिया गया है। 763 थानों में महिला शौचालय सह स्नानागार का कार्य पूर्ण किया गया है। 5 पुलिस लाइन,/वि0वि0स0पु० में 20 सीटेड महिला शौचालय सह स्नानागार का निर्माण कार्य पूर्ण किया गया है।
47 थानों में आगंतुक कक्ष का निर्माण कार्य
नये थाना/ओ0पी0 भवनों में महिला शौचालय सह स्नानागार की सुविधा स्वतः उपलब्ध है। 447 थानों में आगंतुक कक्ष का निर्माण कार्य सम्पन्न हो चुका है, 181 थानों में कार्य प्रगति पर है तथा 20 थानों में आगंतुक कक्ष का निर्माण कार्य प्रारम्भ होना है। पुलिस महानिदेशक के द्वारा सुझाव देते हुए कहा गया कि वरीय पदाधिकारियों का अपने अधीनस्थों को कम्फर्ट लेवल पर रखना भी दायित्व है। आधुनिकीकरण के कार्यों की प्रगति हेतु स्पेशल लोगों की टीम तैयार करने की आवश्यकता है।
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