रक्षा मंत्रालय द्वारा गोपालगंज में संचालित सैनिक स्कूल के भवन निर्माण में बड़े पैमाने पर घोटला सामने आया है। जहां भवन निर्माण में स्कूटी, चोरी की बाईक, ई-रिक्शा, ट्रैक्टर-ट्रॉली से करोड़ों की सफेद बालू की ढुलाई कर राशि का घोटाला कर लिया गया। इसका खुलासा महालेखाकार की ऑडिट रिपोर्ट से हुआ है। जिसके बाद डीएम के स्तर से पूरे मामले की कमेटी गठित कर जांच करायी जा रही है।
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बालू की खरीदी में घोटाला
दरअसल सैनिक स्कूल का कुचायकोट प्रखंड के सिपाया में नवनिर्मित भवन बना है। महालेखाकार की ऑडिट टीम ने बिहार स्टेट एजुकेशन इंफ्रास्टेक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के एमडी कार्यालय का ऑडिट किया तो गोपालगंज सैनिक स्कूल के निर्माण में हुए 1.75 करोड़ का फर्जीवाड़ा सामने आया। ऑडिट टीम ने जांच में पाया कि ठेकेदार सारण के बजाय मधेपुरा जिला से सफेद बालू खरीदता है। ठेकेदार द्वारा जमा किये गये चालान की जांच के दौरान पता चला कि सफेद बालू को एंबुलेंस ई-रिक्शा, तिपहिया यात्री वाहन, ट्रैक्टर ट्रॉली, स्कूटर, चोरी की मोटर बाइक के माध्यम से ले जाया गया था। वह भी प्रत्येक वाहन से नौ सौ सीएफटी बालू को परियोजना स्थल तक ढुलाई की लागत 1.75 करोड़ का फर्जी चालान पर भुगतान किया गया।
जांच में जुटे अधिकारी
इस मामले की जानकारी मिलते ही सरकार के आदेश पर इसकी जांच डीएम के स्तर से शुरू हो गयी है। डीएम ने मामले की जांच सीनियर डिप्टी कलेक्टर राधाकांत और डीटीओ मनोज कुमार रजक को दी है। अधिकारियों की टीम ने सैनिक स्कूल के भवन निर्माण में हुए घोटाले की एक-एक विपत्र को खंगालने में जुटी है। वहीं, प्रभारी डीएम अभिषेक रंजन ने बताया कि पूरे मामले की जांच हो रही है। जांच रिपोर्ट सरकार को भेजा जायेगा।