बिहार यूपी और झारखंड के 150 मजदूर विदेश में फंसे हुए हैं। कुछ दिनों पहले मजदूरों ने अपना वीडियो जारी कर सरकार से मदद मांगी है। उनका कहना है कि नाइजीरिया के लागोश में सभी लोग फंसे हुए हैं। उनलोगों ने आरोप लगाया है कि डैगोट रिफाइनरी केमी टेक कंपनी पर बंधक बनाकर रखा है। नाइजीरिया में फंसे हुए लोगों में गोपालगंज के 11 लोग शामिल हैं। वीडियो संदेश भेज कर उनलोगों ने वतन वापसी की गुहार लगाई है। जिसके बाद गोपालगंज के जेडीयू सांसद डॉ. आलोक कुमार सुमन ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर फंसे हुए मजदूरों को भारत लाने के लिए अपील की थी। जिसका जवाब भी अब विदेश मंत्रालय की तरफ से आ गया है। मजदूरों की घर वापसी के लिए विदेश मंत्रालय तैयार हो गई है।
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9 महीने से वेतन नहीं, पासपोर्ट जब्त
मजदूरों ने वीडियो जारी किया था उसमें उनका कहना था कि कंपनी के द्वारा पिछले 9 माह से वेतन नहीं दिया जा रहा है। कंपनी ने इन मजदूरों का पासपोर्ट भी ज़ब्त कर रखा है। जिस कारण वो चाहकर भी देश वापस नहीं लौट पा रहे हैं। नाइजीरिया में फंसे मजदूरों में बिहार के गोपालगंज के रहने वाले भेष नारायण सिंह, संतोष कुमार, राम विलास साह, इदरीश अंसारी, दीपक राय, उपेंद्र प्रसाद, कन्हैया शर्मा, गुप्ता कालीलाल, तारकेश्वर राय, छोटेलाल चौधरी, मजीद अली आदि शामिल हैं। वही सीवान के ब्यास यादव व मुन्ना कुमार का भी नाम शामिल हैं।
इसके अलावे बिहार के कई और जिलों के मजदूर भी वहां फंसे हुए हैं। कुछ मजदूर झारखंड और उत्तर प्रदेश के भी है। इस वीडियो के सामने आते ही गोपालगंज के सांसद डॉ. आलोक कुमार सुमन ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर मजदूरों की वतन वापसी की मांग की थी। जिसपर अब विदेश मंत्रालय की तरफ से जवाब भी आ गया है।
विदेश मंत्री ने पत्र के जरिए दिया जवाब
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सांसद डॉ. आलोक कुमार सुमन के पत्र के जवाब में लिखा कि नाइजीरिया में भारतीय श्रमिकों के संबंध में 9 मई 2023 को पत्र मिला था। अबुजा में हमारा उच्चायोग और लागोस में महावाणिज्य दूतावास भारतीय श्रमिकों के वेतन और घर वापसी से संबंधित मामलों के शीघ्र समाधान के लिए उनकी कंपनियों के साथ लगातार संपर्क में हैं। भारतीय श्रमिकों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए हमारा उच्चायोग और महावाणिज्य दूतावास उनके भी संपर्क में हैं। हम यह आश्वस्त करना चाहते हैं कि सरकार विदेशों में रह रहे भारतीयों की सुरक्षा, सलामती और कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है