बिहार में विधानमंडल का सत्र चल रहा है। यह मानसून सत्र छोटा ही रहता है। इस बार भी पांच दिनों का सत्र रखा गया है। लेकिन अब तक चले दो दिनों में बिहार विधानसभा का सत्र सिर्फ 32 मिनट चल सका है। पहले दिन भी 16 मिनट की कार्यवाही हुई। इसके बाद दूसरे दिन भी 16 मिनटों तक हंगामे के बाद सदन स्थगित कर दिया गया। दरअसल, भाजपा के निशाने पर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव हैं। तेजस्वी यादव के खिलाफ सीबीआई ने लैंड फॉर जॉब मामले में चार्जशीट दायर कर रखी है। इस पर सुनवाई बुधवार को होनी है। अगर तेजस्वी यादव के खिलाफ कोर्ट का रुख रहता है तो निश्चित तौर पर भाजपा का प्रदर्शन और बढ़ेगा। हालात यही रहे तो पांच दिनों के सदन में डेढ़ घंटे का काम होना भी मुश्किल ही होगा।
आज भी हंगामे के आसार
भाजपा के विधायक लगातार तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। कुछ विधायक तो सीएम नीतीश कुमार से तेजस्वी को बर्खास्त करने तक की मांग कर रहे हैं। लेकिन अब जदयू और राजद की ओर से साफ कर दिया गया है कि न इस्तीफा होगा और न ही बर्खास्तगी होगी। राजद की ओर से तो तेजस्वी यादव ही सामने आए और साफ कहा कि उन्होंने कोई गुनाह नहीं किया है। जबकि जदयू की ओर से भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने साफ कहा कि एफआईआर के आधार पर इस्तीफा देने लगें तो भाजपा सभी पर एफआईआर करा देगी। ऐसे में सरकार और विपक्ष का टकराव बुधवार को भी देखने की आशंका है। ऐसे में हंगामा तय माना जा रहा है।
विधानसभा अध्यक्ष के तेवर सख्त
वहीं दूसरी ओर मंगलवार को विधानसभा में भाजपा विधायकों की ओर से जबरदस्त हंगामे के बाद अब विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी भी सख्ती के मूड में दिख रहे हैं। मंगलवार को भाजपा विधायकों ने कुर्सी टेबल की भी उठापटक की। इसके बाद से सदन स्थगित हो गया। विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने कहा है कि उनकी कोशिश सदन को सुचारु रूप से चलाने की है। अव्यवस्था फैलाने वालों और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। मंगलवार को बीजेपी के कुछ विधायक रिपोर्टिंग टेबल के पास आकर कुर्सी-टेबल पटकने लगे थे।
आज इन विभागों के सवालों का दिया जाएगा जवाब
- ग्रामीण कार्य विभाग
- ग्रामीण विकास विभाग
- पंचायती राज विभाग
- जल संसाधन विभाग
- लघु जल संसाधन विभाग
- पथ निर्माण विभाग
- भवन निर्माण विभाग
- श्रम संसाधन विभाग