बिहार में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने 13 सीट पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है। उनकी पार्टी अब सीमांचल के दो जिले किशनगंज और अररिया सीट पर चुनाव लड़ेगी। वहीं पूर्णिया और कटिहार में वे अपने प्रत्याशी नहीं उतारेगी। यह जानकारी AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष अख़तरूल ईमान ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी करते हुए किया।
सीमांचल के पूर्णिया, कटिहार में नहीं लड़ेंगे
उन्होंने कहा कि मुस्लिम बहुल सीमांचल के किशनगंज, अररिया में हम लोग चुनाव लड़ेंगे। किशनगंज में मैं खुद प्रत्याशी हूं। सीमांचल के पूर्णिया, कटिहार में नहीं लड़ेंगे। यह पार्टी का निर्णय है। इसके अलावा काराकाट, दरभंगा, उजियारपुर, मधुबनी, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर में भी लड़ेंगे। अन्य सीटें और कौन सी होंगी? इसका ऐलान जल्द कर दिया जाएगा। पार्टी जल्द ही दरभंगा, मधुबनी, शिवहर, गोपालगंज, बक्सर, काराकाट और पाटलिपुत्रा से अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करेगी। सिवान के मुद्दे पर भी जल्द निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का भी यह मानना है कि किशनगंज के चुनाव की समाप्ति के बाद ही पार्टी के कार्यकर्ता दूसरे जिलों में जाकर दमदारी से चुनाव प्रचार करें।
सांप्रदायिक ताकतों को हराना है
अख्तरुल ईमान ने कहा कि सांप्रदायिक ताकतों को हराना है। ‘इंडिया’ गठबंधन में हम लोग जगह चाहते थे, लेकिन हम लोगों को जगह नहीं दी गई। ‘इंडिया’ गठबंधन अगर सच में पीएम मोदी विरोधी है व सांप्रदायिक शक्तियों को हराना चाहता है तो जिन 13 सीटों पर हम लोग चुनाव लड़ेंगे उन सीटों पर ‘इंडिया’ गठबंधन प्रत्याशी न दे। गरीबी है, पलायन सबसे अधिक है, अस्पताल ढंग के नहीं हैं, घरों का कटाव हो रहा है। यह सब यहां के बड़े मुद्दे हैं। यहां की स्थिति को बेहतर बनाने की लड़ाई मैं लड़ रहा हूं। सीमांचल के बेबस लाचार लोगों को मैं इंसाफ दिलाऊंगा।
बता दें कि पिछले बार चुनाव में महागठबंधन सिर्फ एक मात्र सीट किशनगंज जीता था। कांग्रेस प्रत्याशी ने जीत दर्ज की थी। इस बार यहां त्रिकोणीय मुकाबला है। एनडीए में जेडीयू से मास्टर मुजाहिद आलम, महागठबंधन में कांग्रेस से मोहम्मद जावेद (मौजूदा सांसद), एआईएमआईएम से अख्तरुल ईमान प्रत्याशी हैं। वहीं, किशनगंज में मुस्लिमों की आबादी करीब 70% है।