सीवान में बैक टू बैक तीन पुल गिरने के बाद अब सारण में पुल हादसा हुआ है। मानसून की पहली बारिश हुई तो राज्य के कई जिलों में नदी पर बने पुल धीरे धीरे ध्वस्त होने लगे हैं। सारण जिले के लहलादपुर प्रखंड और जनता बाजार थाना क्षेत्र स्थित ढोढ़ स्थान मंदिर के पास गंडक नदी पर बना पुल ध्वस्त हो गया। लगातार बारिश के कारण पुल का पाया धंसने लगा। जब लोग वहां पहुंचे तब तक अचानक एक हिस्सा नदी में गिर गया।
सारण जिले के जनता बाजार में वर्ष 2010-11 में बना पुल धराशयी हो गया. हालांकि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ. बरसात के बाद गंडक नदी में बढ़े जलस्तर का दबाव यह पुल नहीं झेल सका. यह पुल जनता बाजार (लहलादपुर प्रखंड) के ऐतिहासिक ढोंढ़ स्थान मंदिर के उत्तर दिशा में गंडक नदी के अप्रोच पर स्थित है. सूचना में बाद स्थानीय अधिकारी मौके पर पहुंच गये हैं. जांच शुरू कर दी गयी है. अचानक पुल गिरने से लोग कई तरह के सवाल उठा रहे हैं।
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सारण जिले के बनियापुर विधानसभा क्षेत्र से पहली बार विधायक धूमल सिंह ने 20 वर्ष पूर्व अपने निजी कोष से नदी पर पुल निर्माण कराया था। जो आज मानसून की पहली बारिश में पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। हालांकि पुरानी पुल अभी भी उसी तरह से है। लेकिन आवागमन बंद कर दिया गया है।
बता दें कि सारण से सटे सीमावर्ती जिले सिवान के महाराजगंज प्रखंड क्षेत्र के पटेढ़ा और देवरिया गांव को जोड़ने वाला लगभग 40 वर्ष पुराना गंडक नदी का पुल ध्वस्त हो गया था। वहीं कुछ ही घंटे के अंतराल पर महाराजगंज का दूसरा पुल भी गिर गया। जो महाराजगंज के तेवथा पंचायत अंतर्गत नौतन व सिकंदरपुर गांव को जोड़ने वाला था। इसके टूटने से दो गांवों के बीच आवागमन बाधित हो गया है।