लोकसभा चुनाव में अब अंतिम चरण आ गया है। अंतिम चरण के लिए प्रचार अभियान भी खत्म हो गया है। कल एक जून को मतदान होना है। चुनाव की घोषणा के बाद से ही सभी राजनीतिक दल और नेताओं ने ताबड़तोड़ रैलियां (Political Rally) की। कुछ ने तो इसको लेकर रिकॉर्ड बना लिया है। बिहार में राजद नेता तेजस्वी यादव ने 251 सभाएं की तो उनके बाद सबसे ज्यादा रैलियां करने का रिकॉर्ड प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम रहा।
बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने पीएम मोदी की रैलियों और सभाओं का ब्यौरा दिया है। सम्राट चौधरी ने एक्स पर लिखा है- ‘पिछले 75 दिनों के दौरान देश भर में 206 चुनावी रैलियां, 80 से ज्यादा मीडिया साक्षात्कार और कई रोड शो करने के बाद माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी कन्याकुमारी के प्रसिद्ध विवेकानंद रॉक मेमोरियल (विवेकानंद शिला पर) पर 45 घंटों के लिए ध्यानमग्न हो चुके हैं। यह वही स्थान हैं जहां पर स्वामी विवेकानंद जी ने ध्यान लगाकर “विकसित भारत” की परिकल्पना की थी।
बता दें कि चुनावी प्रचार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विवेकानंद रॉक मेमोरियल में ध्यान कर रहे हैं, जहां स्वामी विवेकानंद ने ध्यान किया था। पीएम मोदी एक जून यानी कि शनिवार तक यहां ध्यान करेंगे। शुक्रवार को पीएम मोदी तमिलनाडु के कन्याकुमारी में विवेकानंद रॉक मेमोरियल पहुंचे थे। हालांकि, विपक्ष पीएम मोदी के ध्यान पर निशाना साध रहा है। वह इसे ‘पॉलिटिकल स्टंट’ बता रहा है।
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वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कन्याकुमारी में ध्यान साधना को लेकर विपक्ष के बयान पर बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा, “ये वो लोग हैं जो कहीं ना कहीं सनातन की संस्कृति से दूर चले गए। ये व्यक्ति सावन में मटन खाते हैं नवरात्र के पहले ये मछली खाते हैं। जब-जब सनातन के संतान अपने धर्म के प्रति आस्था व्यक्त करके ध्यान करते हैं तो ये असुर प्रवृत्ति के लोगों की बेचैनी बढ़ जाती है… हमारा इतिहास गवाह है कि जब-जब हमारे संत महात्मा यज्ञ करते थे तो असुर प्रवृत्ति के लोग विघ्न डालते थे…इनकी प्रवृत्ति हमेशा शांति भंग करने और समाज के उत्थान और कल्याण के विरुद्ध रहता है।