मुजफ्फरपुर शहर में दो नाबालिग छात्राओं के शव उत्तर प्रदेश के मथुरा में मिलने से सनसनी फैल गई है. ये तीनों छात्राएं 13 मई से योगिया और बालूघाट इलाके से लापता थीं.
पुलिस के अनुसार, मथुरा रेलवे पुलिस द्वारा भेजी गई तस्वीरों के आधार पर परिजनों ने योगियामठ की दो छात्राओं की पहचान कर ली है. एक छात्रा की शिनाख्त चेहरे से हुई है, जबकि दूसरी की पहचान कपड़ों से की गई है. हालांकि, तीसरे शव की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है. बालूघाट की छात्रा के परिजनों ने शव को अपनी बेटी मानने से इनकार कर दिया है. उनका कहना है कि ये शव किसी उम्रदराज महिला का है.
हैरान करने वाली बात ये है कि छात्राएं घर से निकलते समय एक पत्र छोड़ गई थीं. पत्र में लिखा था कि उन्हें “बाबा” का बुलावा आया है और वे भक्ति के लिए हिमालय जा रही हैं. साथ ही उन्होंने यह भी लिखा था कि अगर कोई उन्हें ढूंढने की कोशिश करेगा या वापस बुलाएगा तो वे आत्महत्या कर लेंगी. पत्र में ये भी लिखा था कि तीन महीने बाद 13 अगस्त को वे खुद वापस आ जाएंगी.
परिजनों का आरोप है कि उन्होंने 14 मई को ही पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी थी, लेकिन एफआईआर दर्ज करने में पुलिस ने देरी की. नौ दिन बाद मामला दर्ज हुआ, तब जाकर कहीं जांच में तेजी आई.
पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है. फिलहाल यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आखिर ये “बाबा” कौन है और छात्राओं की हत्या किसने की.