बिहार में बुधवार को विभिन्न घटनाओं में 27 बच्चों समेत 41 लोग डूब गए। ये बच्चे जिउतिया पर्व पर नदी स्नान की परंपरा के तहत अपनी-अपनी मां के साथ नदी-तालाबों में स्नान करने गए थे। मृतकों में औरंगाबाद के आठ, कैमूर के छह, सारण के पांच, सिवान के तीन, पश्चिमी व पूर्वी चंपारण के दो-दो तथा पटना का एक बच्चा शामिल हैं। इनके अलावा, भागलपुर और पटना में तीन-तीन, सुपौल में दो और मुंगेर, बांका, मुजफ्फरपुर, मधुबनी, समस्तीपुर एवं सीतामढ़ी में एक-एक व्यक्ति की डूबने से मौत हो गई।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन घटनाओं पर शोक संवेदना व्यक्त की है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने पोस्ट करते हुए कहा कि औरंगाबाद जिला अंतर्गत मदनपुर प्रखण्ड के कुशहा गांव में 04 बच्चों और बारूण प्रखण्ड के इटहट गांव में 3 बच्चों की नहाने के दौरान डूबने से हुई मृत्यु दुःखद है। मृतकों के आश्रितों को चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि अविलंब उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। शोक संतप्त परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना है।
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वहीं उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने भी 48 लोगों की डूबने से मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह सरकार के लिए बहुत ही चिंता का विषय है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद पूरे मामले को देख रहे हैं और सरकार ने आवश्यक निर्देश भी दे दिया हैं।