पटना: बिहार में परिवहन व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 43 नई डीलक्स बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि इन नई बसों के परिचालन का उद्देश्य जनता को सस्ती, सुलभ, सुरक्षित, और अत्याधुनिक सुविधायुक्त परिवहन सेवा प्रदान करना है। बसों का संचालन बिहार राज्य पथ परिवहन निगम (बीएसआरटीसी) द्वारा किया जाएगा, जो राज्य के विभिन्न अंतरक्षेत्रीय मार्गों पर यात्रा को सुगम बनाएगा। इन बसों का परिचालन ग्रामीण क्षेत्रों को शहरी केंद्रों से जोड़ने के लिए किया जाएगा। परिवहन सचिव ने बताया कि इससे ग्रामीण क्षेत्रों में परिवहन व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा और राज्य की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। यात्रियों को आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिलेगा।
डीलक्स बसों की विशेषताएं
- टू-बाय-टू पुशबैक सीटें
- सीसीटीवी कैमरे
- पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम
- डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड
- फायर फाइटिंग सिस्टम
- वीएलटीडी (व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस)
- इन सुविधाओं के साथ, यात्री न केवल आरामदायक यात्रा का अनुभव करेंगे बल्कि उनकी सुरक्षा भी सुनिश्चित की जाएगी।
बिहार राज्य पथ परिवहन निगम वर्तमान में कुल 581 बसों का संचालन कर रहा है, जिनमें 166 सीएनजी बसें और 25 इलेक्ट्रिक बसें शामिल हैं। लोक-निजी भागीदारी योजना के तहत 141 बसें विभिन्न मार्गों पर चलाई जा रही हैं। पटना और दरभंगा से गाजियाबाद के लिए वॉल्वो बस सेवाओं के अलावा, बोधगया से काठमांडू और पटना से जनकपुर-नेपाल मार्ग पर भी बसों का संचालन हो रहा है।
परिवहन मंत्री शीला कुमारी ने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य जनता को बेहतर परिवहन सेवाएं प्रदान करना है। नई बस सेवाओं के शुरू होने से यात्रियों को किफायती और सुरक्षित परिवहन का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार परिवहन व्यवस्था को आधुनिक और जनहितैषी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।”
इन 43 डीलक्स बसों के परिचालन से न केवल राज्य के परिवहन ढांचे में सुधार होगा बल्कि रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस अवसर पर कहा कि यह पहल बिहार को एक विकसित और सशक्त परिवहन प्रणाली देने की दिशा में एक और कदम है।