कैमूर जिले के मोहनिया थाना क्षेत्र के NH-30 पर एक मामला प्रकाश में आया है। जब उत्तर प्रदेश कैंट थाने की पुलिस भोजपुर के शाहपुर थाना क्षेत्र के एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर उत्तर प्रदेश ले जा रही थी। लड़की भगाने के आरोपी को यूपी ले जाने के दौरान मोहनिया में यूपी पुलिस के कस्टडी में आरोपी की मौत हो गयी। अब इस मौत को लेकर यूपी पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं।
यूपी के कैंट थाना के थाना अध्यक्ष राजकुमार द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार 23 अक्टूबर को कैंट थाना में एक नाबालिग लड़की का अपहरण करने का मामला दर्ज किया गया। लड़की कैंट थाना क्षेत्र के कचहरी के समीप एक मुहल्ले की निवासी है। जिसके भाई द्वारा थाना में अपहरण करने का आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज कराया गया था। जिसके आलोक में वैज्ञानिक अनुसंधान में मालूम हुआ कि लड़की का भोजपुर के शाहपुर थाना के बिलौटी गांव के एक व्यक्ति द्वारा अपरहण कर लिया गया है।
बंगाल से झारखंड आ रही थी चांदी की खेप, धनबाद में बरामद..
इसके बाद कैंट थाना से एसआई गौरव मिश्रा व आयुष पाण्डेय के नेतृत्व में एक टीम को भोजपुर के लिए भेजा गया था। जहां शाहपुर थाना में इसकी सूचना दी गई। जिसके बाद मिले लोकेशन के आधार पर लड़की भगाने के आरोपी पंचम पाण्डेय को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपी के निशानदेही पर अपहृत लड़की को बक्सर स्टेशन के पास से बरामद किया गया। जिसकी लिखित सूचना फिर शाहपुर थाना को देते हुए लड़की और आरोपी को लेकर पुलिस टीम यूपी आ रही थी।
इसी दौरान मोहनिया थाना क्षेत्र के एनएच 30 पर स्थित एक लाइन होटल पर नाश्ता करने के लिए टीम रुकी। इसी दौरान आरोपी बाथरूम के बहाने शौचालय में गया था। काफी देर बाद बाहर नहीं निकला तो बाहर से आवाज दिया गया लेकिन देर तक जब कोई आवाज नहीं आयी तो दरवाजा तोड़ा गया।
वहीं दरवाजा तोड़ जब पुलिस की टीम अंदर गयी तो आरोपी गले में लपेटे हुये गमछा के साथ जमीन पर गिरा पड़ा मिला। जिसे आनन-फानन में एनएच 30 पर स्थित एक निजी हॉस्पिटल ले जाया गया जहां डॉक्टर नहीं थे, तो मोहनिया अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। इधर, मौत के सूचना पर पहुंची मोहनिया पुलिस द्वारा मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में अस्पताल में शव की जांच करायी गयी, जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिये भभुआ भेजा गया।
इधर, मौत की सूचना मृतक के परिजनों को दी गयी, जिसके सूचना पर परिजन मोहनिया अस्पताल पहुंचे। परिवार की महिला सदस्य ने यूपी पुलिस पर भारी आरोप लगाते हुए बताया कि मृतक के नाक से ब्लड, पीठ पर चोट के निशान, सिर पर मारपीट के निशान है, ये आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है। हम लोग न्याय चाहते हैं। पुलिस की मारपीट की वजह से उनकी मौत हुई है। पुलिस दोषी है।
राजधानी में बंदर का आतंक, कई को बनाया अपना निशाना
दोनों के बीच फोन पर होती थी बातचीत
मिली जानकारी के अनुसार यूपी के कैंट थाना क्षेत्र से अपहृत नाबालिग लड़की की उम्र करीब 16 है, जबकि मृतक आरोपी पंचम पाण्डेय की उम्र करीब 50 वर्ष है। कैंट थाना अध्यक्ष द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार दोनों के बीच काफी दिन से फोन पर बातचीत होती थी, लेकिन किस वजह से आरोपी लड़की को अपहरण कर अपने साथ ले गया था ये बता पाना मुश्किल है।