बिहार के पूर्णिया जिले में 882 प्रधानाध्यापकों का वेतन विभागीय निर्देशों का पालन नहीं करने के कारण रोक दिया गया है। इन प्रधानाध्यापकों पर आरोप है कि उन्होंने ई-शिक्षा पोर्टल पर छात्रों के डाटा एंट्री में लापरवाही बरती है।
जिला शिक्षा पदाधिकारी, पूर्णिया द्वारा जारी एक पत्र के अनुसार, जिले के सभी प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों और प्रभारी प्रधानाध्यापकों को शैक्षिक वर्ष 2024-25 में ई-शिक्षा पोर्टल पर अध्ययनरत सभी छात्रों का शत-प्रतिशत डाटा एंट्री करने का निर्देश दिया गया था। 15 जून 2024 तक डाटा एंट्री की समीक्षा करने पर पाया गया कि कई विद्यालयों में यह कार्य 25% से भी कम पूरा हुआ है। इस लापरवाही के कारण, सूची में शामिल 882 चिन्हित विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों का वेतन अगले आदेश तक रोक दिया गया है।
यह कार्रवाई राज्य परियोजना निदेशक, बिहार शिक्षा परियोजना परिषद, पटना, प्रशासनिक पदाधिकारी, बिहार शिक्षा परियोजना, पटना एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी, पूर्णिया के निर्देशों के आलोक में की गई है। इन सभी प्रधानाध्यापकों को 30 जून 2024 तक डाटा एंट्री का कार्य पूरा करने का अंतिम मौका दिया गया है। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
यह कदम शिक्षा विभाग द्वारा यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि सभी छात्रों का डाटा ई-शिक्षा पोर्टल पर सही और अद्यतित हो। यह डाटा विभिन्न योजनाओं और छात्रवृत्तियों के लिए आवेदन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।