पारस एचएमआरआई (Paras Hospital) का पटना सेंटर केंद्र सरकार की बड़ी कार्रवाई का शिकार हुआ है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने Paras Hospital पर कार्रवाई करते हुए इसे 6 महीने के लिए उस लिस्ट से बाहर कर दिया है, जिसके तरह केंद्र सरकार मरीजों के ईलाज का खर्च वहन करती है। इससे संबंधित आदेश भी जारी कर दिया गया है।
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आदेश के मुताबिक Paras Hospital अब केंद्र सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं के तहत मरीजों का इलाज नहीं कर सकेगा। हालांकि अभी जो मरीज भर्ती हैं, उनका इलाज पहले के तरह ही चलेगा। उन्हें डिस्चार्ज करने के लिए 7 दिनों का वक्त अस्पताल प्रशासन को दिया गया है।
Paras Hospital पर यह कार्रवाई उसके काम करने के तौर तरीकों के कारण हुई है। वैसे तो Paras Hospital में कई बड़े ओहदों पर बैठे लोग इलाज कराते रहे हैं लेकिन असलियत यह भी है कि कई बार यह अस्पताल विवादों में आया है। पिछले साल मई महीने में सीबीआई ने पारस अस्पताल में एक फर्जी डिग्रियां लेकर काम कर रहे डॉक्टर का भंडाफोड़ किया था। आरोपी फर्जी डॉक्टर तीन साल तक इमरजेंसी में मरीजों का इलाज कर रहा था। अब केंद्र सरकार की कार्रवाई अस्पताल की नीयत पर सीधे सवाल उठा रही है। इसके साथ मंत्री रहते हुए श्याम रजक ने भी अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाए थे।