राष्ट्रीय जनता दल का संगठन कहें या चेहरा, सबकुछ तेजस्वी यादव ही बन गए हैं। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सरकार तो आसानी से बना ली। लेकिन पार्टी को स्थिर कर पाने में अभी उन्हें सफलता नहीं मिली है। पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह का व्यवहार तेजस्वी को मुश्किल में डाल रहा है।
बेटे सुधाकर सिंह के मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद भी जगदानंद सिंह ने अभी तक पार्टी के विरोध में तो कुछ नहीं कहा है। लेकिन पार्टी दफ्तर और पार्टी नेताओं से जगदानंद की दूरी को भी उनका पार्टी के लिए विरोध ही माना जा रहा है। डेढ़ माह से जगदानंद सिंह पार्टी दफ्तर नहीं गए हैं। पटना आने पर भी वे दफ्तर नहीं गए। अब मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार संगठन के कागजात तेजस्वी यादव ने अपने पास मंगवा लिए हैं। ऐसे में यह भी कयास लगने लगे हैं कि तेजस्वी अब कार्रवाई के मूड में हैं।
इंतजार करते रहे नेता, नहीं आए जगदानंद
दरअसल, बताया जा रहा है कि जगदानंद सिंह ने न सिर्फ पार्टी दफ्तर में आना छोड़ा है, बल्कि पार्टी के नेताओं से संपर्क भी खत्म कर दिया है। पटना में भी नहीं रहते हैं। इधर पटना आने के बाद भी उन्होंने पार्टी दफ्तर में इंट्री नहीं ली। बल्कि एक निजी अस्पताल में अपना रूटीन चेकअप कराया और अपने आवास पर लौट गए। यह भी जानकारी मिली है कि वृशिण पटेल और उदय नारायण चौधरी समेत पार्टी के कई नेता कार्यालय में अपने प्रदेश अध्यक्ष का इंतजार करते रहे। लेकिन वे नहीं आए।
पार्टी का काम बढ़ाने को तैयार तेजस्वी?
दरअसल, संगठन के कई पद खाली हैं। राष्ट्रीय परिषद की बैठक के बाद से संगठन स्तर पर कोई काम ही नहीं हो रहा है। पार्टी मुख्य रूप से बिहार में ही सक्रिय है लेकिन यहां भी सभी गतिविधियां ठप हैं। ऐसे में यह संभावना जताई जा रही है कि अब तेजस्वी यादव ही पार्टी संगठन को आगे बढ़ाने की तैयारी में जुट गए हैं। वैसे भी दिल्ली में हुई बैठक में एक तरह से तेजस्वी यादव को सभी शक्तियां दे दी गईं हैं। अब देखना यह है कि तेजस्वी यादव अभी भी जगदानंद पर खामोश रहते हुए संगठन को आगे बढ़ाएंगे या फिर जगदानंद पर कार्रवाई भी हो जाएगी।
बेटे सुधाकर अब राजद पर भी हमलावर
तेजस्वी यादव अब जगदानंद सिंह पर कार्रवाई कर सकते हैं, ऐसा इसलिए माना जा रहा है क्योंकि सामने से विरोध की शुरुआत हो चुकी है। जगदानंद सिंह तो खामोश हैं। लेकिन उनके बेटे और पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह ने तेजस्वी यादव और राजद के खिलाफ भी बयान देना शुरू कर दिया है।
दरअसल, सुधाकर सिंह ने शुक्रवार, 11 नवंबर को मोहनिया में आयोजित राष्ट्रीय शिक्षा दिवस समारोह में पहली बार तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केंद्र और बिहार में एक-एक व्यक्ति के आगे सभी लोग नतमस्तक हैं। देश की सरकार भारत या भाजपा की सरकार नहीं, बल्कि मोदी सरकार है। और बिहार में ‘नीतीशे कुमार’ की सरकार है। इन दोनों सरकारों में वे पार्टियां भी गौण हो गई हैं, जिन पार्टियों का जनाधार है। अब सुधाकर के इस बयान को भी बगावत की श्रेणी में रखा जा रहा है। हालांकि तेजस्वी यादव क्या करेंगे, अभी यह सार्वजनिक नहीं हुआ है।