बिहार में शराबबंदी कानून को लेकर राज्य सरकार पूरी सख्ती बरते हुए है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इस कानून को लेकर हमेशा ही प्रशासन को अलर्ट रहने का निर्देश देते रहते हैं। लेकिन इन सब के बावजूद भी अवैध शराब का कारोबार करने वाले अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहे। प्रदेश पुलिस ने भी अपना पूरा ध्यान शराब पीने वालों से ज्यादा शराब का अवैध कारोबार करने वालों लोगों पर केंद्रित किया हुआ है। पुलिस लगातार शराब के अवैध कारोबारियों पर छापेमारी कर उन्हें दबोचने में लगी हैं।
लेकिन इस दौरान कई जगहों से ऐसी घटनाएँ सामने आती है जहां कार्रवाई करने गए पुलिसकर्मियों पर ही हमला हो जाता है। ऐसा ही मामला आरा से सामने आया है जहां शराब तस्करों पर छापेमारी करने पहुंची टीम पर ग्रामीणों ने हमला बोल दिया है। जिसमें उत्पाद इंस्पेक्टर और समेत करीब 12 लोग घायल हो गए है।
ग्रामीणों का आरोप
दरअसल उत्पाद विभाग की टीम शराब तस्करों पर छापेमारी करने के लिए पहुंची हुई थी। जब पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया तो ग्रामीणों ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाते हुए आरा-अरवल रोड को जाम कर दिया। उनलोगों ने टायर में आग लगाया और जमकर हंगामा किया। लोगों का आरोप है कि उत्पाद विभाग की टीम ने गांव में श्राद्धकर्म में आए एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है साथ ही महिलाओं के साथ मारपीट भी की है। ग्रामीणों का दावा किया है कि मारपीट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बता दें कि ग्रामीणों ने उत्पाद विभाग की टीम पर लाठी-डंडे और पत्थर से जमकर हमला किया। जिसमें उत्पाद इंस्पेक्टर और समेत करीब 12 लोग घायल बताए जा रहे।
जांच में जुटी पुलिस
ग्रामीणों ने आरा-अरवल मार्ग को जाम कर दिया, जिस वजह से इस मांग पर घंटों वाहनों की लंबी कतार लगी रही। साथ ही उनलोगों ने पावरग्रिड से पावर सप्लाई को भी बाधित कर दिया। जिसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था उसको छोड़ने के बाद ही जाम हट सका। इस पूरी घटना की जानकारी देते हुए एसपी प्रमोद कुमार ने बताया फिलाहल जांच जारी है जल्द ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।