देश में लोकसभा चुनाव की घोषणा अब जल्दी ही हो सकती है। चुनाव में कौन सी राजनीतिक पार्टी का प्रदर्शन क्या होगा, यह तो नतीजों में पता चलेगा। लेकिन दूसरी ओर बिहार की राजनीति में लोकसभा चुनाव के बाद की भविष्यवाणियां होने लगी हैं। एक भविष्यवाणी यह की गई है कि लोकसभा चुनाव के बाद जदयू के 30 विधायकों को भाजपा अपनी ओर तोड़ लेगी। वैसे यह दावा न भाजपा ने किया है और न ही इसकी आशंका जदयू ने जताई है। यह चिंता राजद की है, जो उसके एक विधायक के जरिए बाहर आई है।
दरअसल, नीतीश सरकार के विश्वासमत परीक्षण के दौरान अपने तीन विधायकों को खो चुके राजद को चौथा झटका भी लग चुका है। प्रहलाद यादव, चेतन आनंद और नीलम देवी ने राजद को दरकिनार कर एनडीए की ओर कदम बढ़ा दिए। जबकि चौथी विधायक संगीता कुमारी भी एनडीए में भाजपा के साथ जा चुकी हैं। अब राजद अपने विधायकों की टूट का ठीकरा भाजपा के सिर फोड़ रही है। राजद विधायक मुकेश रौशन ने कहा कि जिन विधायकों ने अब तक पाला बदला है, हम इन विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे। इसके साथ ही मुकेश रौशन ने यह भी दावा किया कि बिहार में भाजपा खुद को सबसे बड़ा दल बनाने के प्रयास में है। इसलिए लोकसभा चुनाव के बाद 30 जदयू विधायकों को तोड़कर नीतीश कुमार को सीएम की कुर्सी से हटाकर भाजपा अपना सीएम बनाएगी।