अभी सारण शराबकांड को बीते कुछ ही हफ्ते हुए हैं कि बिहार में एक और शराबकांड सामने आया है। इस कांड में अभी तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 7 लोग गंभीर बताए जा रहे हैं। इस कांड की सुगबुगाहट मिलते ही हरकत में आए प्रशासन ने रात भर की छापेमारी में 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामला सीवान का है। सभी लोग एक ही गांव के हैं।
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पटना ले जाते वक्त तोड़ा दम
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सीवान के लकड़ी नबीगंज में बाला गांव में संदिग्ध परिस्थितियों में एक व्यक्ति की मौत हो गई। जबकि कई लोग बीमार हो गए। बताया जाता है कि सभी ने शराब पी थी। इसमें से दो लोगों की स्थिति गंभीर होते देख उन्हें पटना ले जाने का प्रयास किया गया तो उन्होंने बीच रास्ते में ही दम तोड़ दिया। अन्य सात लोगों की हालत भी खराब है। मृत लोगों की मौत का कारण क्या है, इसकी पूरी जानकारी तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पता चलेगी। लेकिन इस मामले में शराब को ही मुख्य कारण बताया जा रहा है।
प्रशासन के लिए बढ़ी सिरदर्दी
सारण शराबकांड के बाद सरकार के सख्त रवैए के बाद पूरे बिहार में शराब माफियाओं के खिलाफ सघन अभियान चलाया गया। लेकिन कुछ ही हफ्तों में यह अभियान फिर ठंडा पड़ता दिख रहा है क्योंकि अवैध शराब का कारोबार अभी भी जारी ही है। जिसे पीकर लोगों की मौत हो रही है। इससे पहले राज्य के सारण जिले में जहरीली शराब ने कहर बरपाया था। शराब पीने के बाद कम से कम 77 लोगों की मौत अलग-अलग गांव में हो गई थी। बड़ी संख्या में लोग बीमार हुए और उनकी आंखों की रोशनी भी चली गई। होम्योपैथी की दवा और केमिकल से शराब बनाने के आरोप में पुलिस ने मास्टरमाइंड राजेश सिंह उर्फ डॉक्टर को 4 अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया था। सीवान की घटना ने एक बार फिर बिहार में बंदी की पोल खोल दी है।