बिहार में दो विधान सभा सीट पर मोकामा और गोपालगंज में उपचुनाव होना वाला है। मतदान की तारीख 3 नवंबर और मतगणना के लिए 6 नवंबर की तारीख तय है। बीजेपी और महागठबंधन ने अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा भी कर दी है। लेकिन अब ये बात सामने आई है कि गोपालगंज से असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM भी चुनाव लड़ेगी। AIMIM के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने बताया कि वो गोपालगंज में होने वाले उपचुनाव को लेकर पार्टी के नेताओं के साथ बैठक कर रहे है। उनका कहना है कि जल्द ही गोपलागंज उपचुनाव के लिए पार्टी की तरफ से उम्मीदवार की घोषणा की जाएगी। हालाकिं मोकामा में हो रहे उपचुनाव में लड़ने के बारे में उन्होंने कुछ नहीं कहा।
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बिहार में पार्टी को मजबूत करने की तैयारी
2020 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में AIMIM ने सभी को चौंकाते हुए बिहार में कुछ 6 विधानसभा सीट जीत गई थी। हालाकिं बाद में 6 में से 5 विधायक राजद में शामिल हो गए। जिसके बाद पार्टी बिहार में कमजोर हो गई। AIMIM के पास बिहार में सिर्फ एक विधायक है और वो खुद प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान हैं। AIMIM एकबार फिर से बिहार में खुद को मजबूत करने की कोशिश में जुट गई है। यहीं कारण है कि गोपलागंज में होने वाले चुनाव में AIMIM अपना उम्मीदवार उतारने जा रही है।
गोपालगंज में त्रिकोणीय होगा मुकाबला
गोपालगंज उपचुनाव का मुकाबला त्रिकोणीय होने की पूरी संभावना है। गोपालगंज के मौजूदा बीजेपी विधायक सुभाष सिंह की मृत्यु के बाद बीजेपी ने उनकी पत्नी कुसुम देवी को उम्मीदवार बनाया है। वहीं महागठबंधन की तरफ से मोहन गुप्ता को उम्मीदवार बनाया गया है। अब AIMIM भी जल्द ही अपने उम्मीदवार की घोषणा करेगी। राजनीतिक पंडितों की माने तो AIMIM के चुनाव लड़ने से बीजेपी को फायदा हो सकता है। ऐसा इसलिए कि महागठबंधन को मिलने वाले मुस्लिम वोट AIMIM की तरफ शिफ्ट हो सकते हैं।