मुजफ्फरपुर से बीजेपी सांसद अजय निषाद अब खुद को मोदी परिवार से अलग कर लिए हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स से उन्होंने अपने नाम के बाद ‘मोदी का परिवार’ टैग को भी हटा लिया है। सूत्रों के अनुसार आज दोपहर 12 बजे वह कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।
अजय निषाद को इस बार मुजफ्फरपुर लोकसभा सीट से टिकट नहीं दिया गया है जिससे वह नाराज चल रहे हैं। हालांकि उन्होंने पार्टी से अभी तक इस्तीफा नहीं दिया है। लेकिन जिस तरह से उन्होंने एक्स से ‘मोदी का परिवार’ टैग हटाया है उससे कई संकेत मिल रहे हैं। ऐसे में यह तय है कि वह कुछ बड़ा निर्णय लेने की सोच रहे हैं।
बता दें कि चुनाव की घोषणा के पहले पीएम मोदी ने परिवारवाद को लेकर देश के कई नेताओं पर हमला किया। इसके बाद बीजेपी के सभी नेताओं ने एक्स पर अपने नाम के बाद ‘मोदी का परिवार’ लिख लिया था। अजय निषाद ने भी ऐसा किया था, लेकिन अब वह टैग हटा चुके हैं। अब बिहार की मुजफ्फरपुर सीट से लगातार मोदी लहर में 10 सालों तक सांसद रहे अजय निषाद आज मंगलवार को अलग हो सकते हैं।
बता दें कि महागठबंधन में हुए सीट बंटवारे में मुजफ्फरपुर सीट कांग्रेस के खाते में आई है। माना जा रहा है कि अजय निषाद कांग्रेस के टिकट पर महागठबंधन से मुजफ्फरपुर के प्रत्याशी हो सकते हैं। कांग्रेस अजय निषाद को टिकट दे सकती है क्योंकि वह 2014 से लगातार मुजफ्फरपुर के सांसद बने हुए हैं। 2014 में उन्होंने कांग्रेस के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह को दो लाख 22 हजार के करीब वोट से हराया था। कांग्रेस यह मानती है कि अजय निषाद आते हैं तो उनकी जीत सुनिश्चित होगी।
अजय निषाद आरजेडी के टिकट पर मुजफ्फरपुर लोकसभा क्षेत्र में आने वाली कुढ़नी विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में आए थे और उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद 2019 में अजय निषाद ने मुकेश सहनी की पार्टी के उम्मीदवार राज भूषण चौधरी निषाद को हराया था। हालांकि इस बार बीजेपी ने राज भूषण चौधरी निषाद को ही मुजफ्फरपुर से प्रत्याशी बनाया है। ऐसे में अजय निषाद कांग्रेस का हाथ थाम कर तीसरी बार सांसद बनेंगे या नहीं ये देखना दिलचस्प होगा।