कोरोना वायरस के नए वैरिएंट जीएन.1 को लेकर बिहार में भी अलर्ट जारी हो गया है। जीएन.1, चीनी इनफ्लुएंजा, सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन (एसएआरआई) और इन्फ्लुएंजा लाइक इंफेक्शन (आईएलआई) के मरीजों के सैंपलों की जिनोम सिक्वेंसिंग कराई जाएगी। ताकि वैरिएंट और स्ट्रेन का पता चले। पूरे प्रदेश में आरटी-पीसीआर जांच बढ़ाई जाएगी।
फिलहाल हर दिन 2500 जांच हो रही
स्टेट सर्विलांस ऑफिसर डॉ. रंजीत कुमार के मुताबिक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंस से राज्यों के स्वास्थ्य मंत्री और विभागीय पदाधिकारियों से अस्पतालों में चिकित्सा व्यवस्था की जानकारी ली है। मंत्री ने आरटी-पीसीआर जांच बढ़ाने, सैंपलों की जिनोम सिक्वेंसिंग कराने को कहा। हालांकि बिहार के किसी भी जिले से मरीज नहीं मिले हैं। डॉ. रंजीत कुमार के मुताबिक प्रदेश में अभी हर दिन 2500 जांच हो रही है।
मास्क जरूर पहनें: डब्ल्यूएचओ
कोरोना के नए सब-वैरिएंट जेएन.1 का 40 देशों में फैल हो चुका है। देश में 25 संक्रमित मिले हैं। गोवा में 19, दिल्ली में 4 और केरल एवं महाराष्ट्र में 1-1 मरीज मिला है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसे ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ के रूप में वर्गीकृत किया है। विशेषज्ञ बताते हैं कि मौजूदा वैक्सीन इसमें भी पूरी तरह से कारगर है। हालांकि, डब्ल्यूएचओ ने ऐहतियात एडवाइजरी जारी कर दी है। इसमें लोगों को भीड़ वाले, बंद या दूषित हवा वाले इलाकों में मास्क पहनने की सलाह दी है। बता दें कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु में एडवाइजरी जारी कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में अनिवार्य रूप से मास्क पहनने की एडवाइजरी जारी हुई है।