बिहार लोक सेवा आयोग शिक्षक भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले में सॉल्वर गैंग और पकड़े गए संदिग्धों की शनिवार देर रात पटना सिविल कोर्ट में पेशी हुई। जहां से सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया। आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने इन सभी को हजारीबाग से गिरफ्तार किया था। पटना सिविल कोर्ट के अधिवक्ता ऋषिकेस नारायण सिन्हा ने बताया कि पेपर लीक से जुड़े मामले में लगभग 300 लोगों को एमपी एमएलए कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया है। सभी को पेशी के बाद जेल भेजा जाएगा।
पेशी के बाद भेजा गया जेल
बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग की तीसरे चरण की शिक्षा भर्ती परीक्षा में पेपर लीक हो गया था। इस मामले में आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने बड़े पैमाने पर छापेमारी कर संदिग्धों को पकड़ा था। हजारीबाग से लाकर पहले ईओयू की टीम ने उनसे पूछताछ की और उसके बाद रात के अंधेरे में पटना सिविल कोर्ट लाया गया। देर रात सभी की पेशी एमपी-एमएलए कोर्ट में हुई। पटना सिविल कोर्ट आधी रात तक खुला रहा। पेशी के बाद इन सभी को जेल भेज दिया गया है. इस दौरान पटना सिविल कोर्ट परिसर में काफी संख्या में विशेष पुलिस बल के जवान मौजूद रहे।
आर्थिक अपराधी इकाई की ओर से जानकारी दी गई है कि बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा शिक्षक भर्ती परीक्षा के तीसरे चरण TRE-3.0 के लिए 15 मार्च 2024 को परीक्षा का अयोजन किया गया था। इस संबंध में 13 मार्च को बिहार आर्थिक अपराध इकाई को कई सूत्रों से गोपनीय सूचना प्राप्त हुई कि इस परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों को परीक्षा से पूर्व प्रश्न पत्र एवं उत्तर मुहैया कराने के एवज में दस-दस लाख रुपये अभियुक्तों द्वारा लिया जा रहा है। इस संबंध में जांच के लिए ईओयू पटना ने 14 मार्च को एक विशेष टीम गठित किया।
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\वहीं, गठित टीम ने 14 मार्च को छापेमारी के क्रम में प्रश्न पत्र लीक करने वाले गिरोह के एक सदस्य को पटना स्थित करबिगहिया क्षेत्र से शिक्षक भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों के साथ पकड़ा। जिसके पास से बहुत सारे अभिलेख जब्त किए गए। इसके बाद गिरफ्तार अभ्यर्थियों को पूछताछ के लिए आर्थिक अपराध इकाई ने पटना लाया।