बिहार में 18 और 28 दिसंबर को नगर निकाय चुनाव होना है। जिसकी के लिए आचार संहिता लागू हो चुकी है। इस कड़ी में पटना हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गयी है। जिसमे CM नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के ऊपर निकाय चुनाव के आचार सहिंता के उल्लंघन का आरोप लगा है। याचिकाकर्ता सिद्धार्थ शंभू ने इस मामले में CM और डिप्टी CM के खिलाफ FIR दर्ज कराने का आदेश जारी करने की मांग पटना हाईकोर्ट से की है।
सत्ता का दुरुपयोग कर रही राज्य सरकार
याचिकाकर्ता सिद्धार्थ शंभू ने अपनी याचिका में इस बात का आरोप लगाया है कि राज्य सरकार अपने सत्ता का दुरुपयोग कर रही है। निकाय चुनाव की घोषण के बाद भी सरकार विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन किया जा रहा है। जो आचार संहिता का साफ़ तौर पर उल्लंघन है। याचिकाकर्ता का कहना है कि सरकार, मंत्रियों, विधानसभा व विधान परिषद के सदस्यों समेत अधिकारियों द्वारा सत्ता पक्ष महागठबंधन से जुड़े उम्मीदवारों को फायदा पहुंचाया जा सकता है।
आचार संहिता के बावजूद भी उद्घाटन समारोह
याचिकाकर्ता के मुताबिक 27 नवंबर को राजगीर में गंगा वाटर सप्लाई स्कीम योजना का उद्घाटन, 12 दिसंबर को राजकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल का नालंदा में उद्घाटन किया गया। साथ ही 13 दिसंबर को मुख्यमंत्री की उपस्थिति में नियुक्ति पत्र वितरण सह उन्मुखीकरण कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ जो कथित रूप से आचार संहिता का उल्लंघन है। इन सभी बैटन का जिक्र कर याचिकाकर्ता ने कोर्ट से अनुरोध किया है कि इन सभी कामों के कारण नीतीश कुमार व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में प्राथमिकी दर्ज की जाये।