बिहार में ऊर्जा विभाग द्वारा लोगों के घरों में लगाए जा रहे हैं प्रीपेड स्मार्ट मीटर को लेकर हो रही सियासत के बीच आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक की। इस बैठक में ऊर्जा विभाग के मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी सहित ऊर्जा विभाग के पदाधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान स्मार्ट मीटर में हो रही गड़बड़ी को लेकर मुख्यमंत्री ने ऊर्जा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि गड़बड़ी को दूर की जाए। साथ ही मुख्यमंत्री ने यह भी आदेश दिया है कि 2025 तक हर घर में प्रीपेड स्मार्ट मीटर को लगा देना है, इसके लिए विभाग तत्परता से कार्य करें।
बताते चलें कि अब तक ऊर्जा विभाग में राज्य में 50.23 लाख प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगा दिया है। शहरी क्षेत्र में 17.47 लाख तो ग्रामीण क्षेत्रों में 32.76 लाख स्मार्ट मीटर लगा चुके हैं। अब ऐसे में स्मार्ट मीटर से लोगों की हो रही परेशानी के बीच सियासत भी खूब देखने को मिल रही है। राष्ट्रीय जनता दल ने 1 अक्टूबर को राज्य भर में स्मार्ट मीटर के खिलाफ आंदोलन चलाने की घोषणा की है। प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने सरकार को चेतावनी दी है कि डेढ़ महीने के अंदर यदि सरकार स्मार्ट मीटर नियमावली में संशोधन नहीं करता है तो लोगों के घरों से बिजली मीटर को उखाड़ कर फेंक देंगे।
राष्ट्रीय जनता दल के चेतावनी के बाद ऊर्जा विभाग ने मोर्चा संभाला। विभाग के मंत्री विजेंद्र यादव ने जगदानंद सिंह पर पलटवार करते हुए कहा कि जब से स्मार्ट मीटर जगदानंद सिंह के घर में लगा है तब से उनका 17% बिजली बिल घटा है, इसलिए बिहार में स्मार्ट मीटर में कोई गड़बड़ी नहीं है। लोकतंत्र में आंदोलन करने का अधिकार सबको है लोग करें लेकिन विभाग अपना कार्य जारी रखेगा। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद लगातार स्मार्ट मीटर कंपनियां लोगों के घरों मीटर लगाया जा रहा है।