लोकसभा चुनाव में जीत के लिए बिहार की महत्ता कई दूसरे राज्यों से अधिक है। 2024 के लोकसभा में तो बिहार की महत्ता कहीं अधिक बढ़ गई है। क्योंकि नरेंद्र मोदी के 10 सालों की सरकार को सीधी चुनौती बिहार के सीएम नीतीश कुमार देने की कोशिश कर रहे हैं। वैसे चुनाव में थोड़ा वक्त तो शेष है। लेकिन भाजपा ने मिशन 2024 के लिए तैयारियों को पुख्ता करने की शुरुआत कर दी है। बिहार में विपक्षी एकता को किनारे पर लगा देने की कवायद में भाजपा ने नारा भी बदल दिया है।
भाजपा ने बदला नारा
2014 के चुनाव में भाजपा ने नारा दिया था ‘अबकी बार मोदी सरकार’। प्रचंड जीत के साथ पूर्ण बहुमत की सरकार आई। पांच साल चली। 2019 के चुनाव में भाजपा ने नारा दिया ‘फिर एक बार मोदी सरकार’। 2024 में मुख्य नारा क्या होगा, यह तो अभी सामने नहीं आया है। लेकिन बिहार में भाजपा किस नारे के इर्द-गिर्द घूमेगी यह तय हो गया है। बिहार में भाजपा का नया नारा है ‘आओ चलें भाजपा के साथ, मिलकर करें बिहार का विकास’।
अमित शाह का बिहार दौरा
गृह मंत्री अमित शाह 23 सितंबर से अगले दो दिन बिहार दौरे पर रहेंगे। वैसे तो पूर्णिया-किशनगंज में ही अमित शाह के कार्यक्रम हैं। लेकिन पटना में भी कम हलचल नहीं है। बीजेपी की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है। बिहार बीजेपी से जुड़े तमाम नेता पटना को छोड़ चुके हैं। वो पूर्णिया और किशनगंज में कैंप कर रहे हैं। संजय जायसवाल पूर्णिया के रंगभूमि मैदान से जुड़े मैनेजेंट को संभाल रहे हैं।
पूर्णिया में रैली, किशनगंज में डिनर
अमित शाह शुक्रवार दोपहर पूर्णिया के चुनापुर हवाई अड्डा पहुंचेंगे। इसके बाद सीधे रंगभूमि मैदान जाएंगे। करीब तीन घंटे तक वहां रहेंगे। जनसभा को संबोधित करेंगे। फिर चुनापुर हवाई अड्डे से खगड़ा किशनगंज के लिए हेलीकॉप्टर से रवाना होंगे। इसके बाद वे किशनगंज में बूढ़ी काली मंदिर में जाकर माता की पूजा-अर्चना करेंगे। किशनगंज पहुंचने पर माता गुजरी विश्वविद्यालय में वो रूकेंगे। शाम चार बजे से रात 9 बजे तक यहां भाजपा नेताओं के साथ मीटिंग होगी। इसमें सीमांचल के भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के अलावा जिला और प्रखंड अध्यक्षों से भी अमित शाह मुलाकात करेंगे। बैठक के बाद डिनर का आयोजन किया गया है।