पूर्व सांसद और बाहुबली नेता आनंद मोहन की रिहाई को लेकर बिहार में सियासी बहसबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है। बिहार में विपक्ष में बैठी भाजपा थोड़े दबे अंदाज में इसका विरोध कर रही है। लेकिन लोक जनशक्ति पार्टी(रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान खुल कर आनंद मोहन की रिहाई का विरोध कर रहे हैं। चिराग बिहार सरकार द्वारा कारगार नियमावाली में बदलाव किए जाने को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपने निशाने पर ले रहे हैं। चिराग पासवान को जवाब देने के लिए खुद आनंद मोहन के बेटे और राजद विधायक चेतन आनंद मैदान में कूद पड़े हैं। उन्होंने एक पुरानी तस्वीर को पोस्ट करते हुए चिराग पासवान को करारा जवाब दिया।
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आनंद मोहन की रिहाई का चिराग ने किया विरोध
दरअसल चिराग पासवान ने आनंद मोहन की रिहाई को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जमकर खरी-खोंटी सुनाई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहते हैं कि वो ना तो किसी को फंसाते हैं और ना ही किसी को बचाते हैं, उन्हें ये जवाब देना चाहिए कि पहले आनंद मोहन को फंसाया गया था कि अब उन्हें बचाया जा रहा है। नीतीश कुमार ने राजनीतिक लाभ के लिए कानून में फेर बदल किया है। पीड़ित परिवार न्याय नहीं मिला बल्कि उनके साथ अन्याय हुआ है। आखिर सजा की अवधि पूरी होने तक इंतजार क्यों नहीं किया गया?
इस तरह के कानून में फेरबदल से सरकारी अधिकारियों के मन में भय बना रहेगा कि उनके साथ कभी भी कोई घटना घट सकती है। वहीं अपराधियों का मनोबल बढ़ेगा वो किसी भी आपराधिक घटना को अंजाम दे सकते हैं और फिर रिहा भी हो सकते हैं। जिसे लेकर चेनत आनंद ने चिराग पासवान को आड़े हाथों लिया है।
चिराग को चेतन का जवाब
आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद ने ट्वीटर के जरिए एक फोटो पोस्ट कर चिराग पासवान पर पलटवार किया है। उन्होंने साल 1998 की एक तस्वीर पोस्ट की है जिसमें आनंद मोहन और उनकी पत्नी लवली आनंद के साथ चिराग पासवान के पिता रामविलास पासवान एक मंच पर बैठे दिख रहे हैं। इस तस्वीर के जरिए उन्होंने आनंद मोहन और रामविलास पासवान के रिश्तों को चिराग को समझाने का प्रयास किया है। तस्वीर के साथ चेतन आनंद ने लिखा कि “1998 की ये तस्वीर! कुछ लोगो के लिए इतिहास का पाठ है । लोजपा R के R for श्री Ramvilas जी पिता जी के साथ! कुछ गलत बोलने से पहले ‘आप’ अपने पिता जी और हमारे पिता जी की दोस्ती का इतिहास जरूर जानिए!”