प्रशांत किशोर के खिलाफ एक और FIR दर्ज की गई है। ये FIR पटना सिविल कोर्ट में हंगामे और पुलिस की गाड़ी पर बैठकर मीडिया को संबोधित करने के मामले में दर्ज की गई है। प्रशांत किशोर और उनके समर्थकों पर ये एफआईआर दर्ज की गई है। उन पर दो केस पहले से ही दर्ज हैं। बीते सोमवार (06 जनवरी, 2025) को पीरबहोर थानाध्यक्ष अब्दुल हलीम की ओर से पटना सिविल कोर्ट में इस संबंध में आवेदन दिया गया था। प्रशांत किशोर और उनके 150 से 200 समर्थकों पर कोर्ट परिसर में हंगामा एवं सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप लगाया गया है। पीरबहोर थानाध्यक्ष के इस आवेदन पर मामला दर्ज हो गया है।
बता दें कि प्रशांत किशोर इन दिनों बीपीएससी छात्रों की मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठे हैं। मंगलवार को उनकी तबीयत अचानक खराब हो गई थी, जिसके बाद उनको मेदांता अस्पताल ले जाया गया था। वह अस्पताल जाने के लिए तैयार नहीं थे। जब हालत ज्यादा बिगड़ी तो एंबुलेंस को बुलाकर उनको अस्पताल ले जाना पड़ा।
हम प्रशांत किशोर से कह रहे हैं कि खाना खा लें, लेकिन वे अपने निर्णय पर कायम हैं- डॉ.रवि शंकर सिंह
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा रद्द करवाने सहित पांच सूत्री मांगों को लेकर जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर दो जनवरी से आमरण अनशन पर हैं। प्रशांत किशोर को सोमवार सुबह प्रतिबंधित क्षेत्र में धरना और आमरण अनशन करने के आरोप में पटना पुलिस ने गिरफ्तार किया था। तबीयत बिगड़ने पर डॉक्टर की जांच के बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया था। अदालत ने उनको सशर्त जमानत दी, लेकिन उन्होंने सशर्त जमानत से इनकार कर दिया। फिर उनको बिना शर्त की जमानत दी गई थी।