बिहार के 162 अंगीभूत कॉलेजों में जल्द ही नए प्राचार्यों की नियुक्ति की जा सकती है। राजभवन ने 162 प्राचार्यों की नियुक्ति प्रक्रिया को हरी झंडी दे दी है। नियुक्ति के लिए योग्यता और परीक्षा पैटर्न भी तय कर दिया गया है।
कैसे होगा चयन?
- चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए 100 अंकों की परीक्षा आयोजित की जाएगी।
- परीक्षा में शिक्षण और शोध कार्य का प्रदर्शन सबसे अहम होगा। इसके लिए 60 अंक निर्धारित किए गए हैं।
- प्रशासनिक अनुभव को भी ध्यान में रखा जाएगा। इसके लिए 20 अंक आवंटित किए गए हैं।
- साक्षात्कार में अभ्यर्थी के व्यक्तित्व और नेतृत्व क्षमता का आंकलन होगा। इसके लिए भी 20 अंक रखे गए हैं।
योग्यता रखते हैं आप?
- पीएचडी की डिग्री प्राचार्य बनने के लिए अनिवार्य है।
- साथ ही, प्रोफेसर या असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में कम से कम 15 साल का अनुभव होना चाहिए।
- यूजीसी द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थानों से कम से कम 10 शोधपत्र प्रकाशित होना जरूरी है।
- लॉ कॉलेजों के लिए बार काउंसिल ऑफ इंडिया की गाइडलाइन लागू होगी।
- उम्मीदवारों की अधिकतम आयु सीमा 60 वर्ष निर्धारित की गई है।
कार्यकाल और विस्तार
- चयनित प्राचार्यों का कार्यकाल 5 वर्ष का होगा।
- अच्छा प्रदर्शन करने पर अगले 5 साल के लिए सेवा विस्तार मिल सकता है।
कब और कहां से करें आवेदन?
- अभी आवेदन प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है।
- विज्ञापन जारी होने की तिथि से आरक्षण नियम लागू होंगे।
- अखिल भारतीय स्तर पर विज्ञापन जारी किए जाएंगे।
- चयन प्रक्रिया की नोडल एजेंसी बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग होगी।