बिहार के नये राज्यपाल आरिफ मोहमद खान ने आज पद और गोपनीयता की शपथ ली। पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने उनको शपथ दिलायी। वह राज्य के 42वें गवर्नर हैं। राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश कृष्णन विनोद चंद्रन उनको पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और दोनों उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधारी और विजय कुमार सिन्हा के साथ अन्य मंत्री भी इस शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए।
इससे पहले बिहार के नवनियुक्त राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने बांस घाट पर डॉ.राजेंद्र प्रसाद को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि आज मेरा शपथ ग्रहण है और ये लोग हैं जिनकी वजह से हम आजाद हुए हैं तो इन्हें याद करना जरूरी है।”
बता दें कि राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर की जगह वह इस पद की जिम्मेदारी संभालेंगे। आर्लेकर को केरल का राज्यपाल बनाया गया है। इससे पहले राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान केरल के राज्यपाल थे। 24 दिसंबर को केन्द्र सरकार ने उन्हें बिहार का राज्यपाल बनाने का पत्र जारी किया था। बिहार को 26 साल बाद मुस्लिम राज्यपाल मिला है। आरिफ मोहम्मद खान से पहले एआर किदवई 14 अगस्त 1993 से 26 अप्रैल 1998 तक राज्य के राज्यपाल रहे थे।
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आरिफ मोहम्मद खान का जन्म उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के बरवाला गांव में हुआ था। उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से पढ़ाई की थी। यहीं छात्र राजनीति से ही उनके राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई। सबसे पहले वे एएमयू में महासचिव बने, जिसके बाद वे अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अध्यक्ष भी बने। 26 साल की उम्र में उन्होंने 1977 में कांग्रेस की टिकट पर बुलंदशहर की सियाना सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा। 1980 वे कानपुर से सांसद भी चुने गए। 8वीं, 9वीं और 12वीं लोकसभा के दौरान वे भी बहराईच सीट से संसद पहुंचे।