पटना : मुसलमानों के सबसे बड़े संगठन जमीयत उलमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने वक़्फ़ संशोधन बिल को लेकर कड़ा रुख अपनाते हुए राज्य की नीतीश सरकार और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को दो टूक कहते हुए सियासी धमकी दे डाली है कि अगर वक़्फ़ बिल को लेकर दोनों मुख्यमंत्री अपना रवैया स्पष्ट नहीं करेंगे तो मुसलमान भी सियासी तौर पर आपको सबक सिखाने के लिए तैयार रहेगा। पटना के बापू सभागार में ‘संविधान बचाओ एवं राष्ट्रीय एकता सम्मेलन’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
देश की आजादी में हमने खून बहाया
जमीयत उलमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देश की आजादी में हमने खून बहाया है। 1803 से हम आजादी के लिए लड़ रहे हैं। तब कांग्रेस का अस्तित्व नहीं था। 1883 में कांग्रेस अस्तित्व में आया. हमने जब अंग्रेजों से लड़ाई शुरू की कोई माई का लाल नहीं था उस समय जो अंग्रेजों के सामने आये। हम लोगों ने कांग्रेस को मजबूर किया। मुल्क की आजादी के लिए, काम करने के लिए। कांग्रेस को देश में आजादी के बाद सेकुलर देश बनाने की बात कही थी। आजादी के बाद देश को हिंदू राष्टृ बनने की बात होने लगी थी।
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फिर नमाज़ भी बंद कर देंगे
वहीं मौलाना अरशद मदनी ने नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि उन्हें संविधान और कुरान की जानकारी नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल कहा था वक्फ कोई चीज नहीं है। अल्लाह के दिए गए निर्देश के अनुसार वक्फ को दान किया जाता है। वक्फ हमारा मजहब है, नरेंद्र मोदी को समझना चाहिए। हिंदुस्तान जैसे देश का वजीरे आलम ऐसी बातें कहता है वह सही नहीं है। आगे चलकर यह भी कहा जा सकता है नामज़ दस्तूर नहीं है, वह भी बंद कर दिया जाएगा। इसलिए कि वक़्फ़ का जो मामला है वह हमारी धार्मिक आजादी से जुड़ा हुआ है और केंद्र की मोदी सरकार इसे खत्म करना चाहती है। वो मुसलमानों को सीधे तौर पर कुछ नहीं कहते बल्कि सारे मुसलमानों को चुनावी लाभ के लिए वो और उनके नेता घुसपैठिया करार देते हैं।