जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ बयानों का तलवार तेज करते जा रहे हैं। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उपेंद्र कुशवाहा को लेकर कुछ भी बोलने के मूड में नहीं है। लेकिन अन्य जेडीयू नेताओं ने नीतीश कुमार के बचाव में मोर्चा संभला हुआ है।इससे सबसे आगे भवन निर्माण मंत्री और जेडीयू नेता अशोक चौधरी का नाम है। उपेंद्र कुशवाह द्वारा जेडीयू से हिस्सा मांगे जाने वाली बात को लेकर भी सबसे पहले मंत्री अशोक चौधरी की ही प्रतिक्रिया सामने आई थी। जिसमें उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा को जेडीयू में किराएदार की तरह बताया था। वही अब उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा को MLC पद छोड़ने के लिए मुहूर्त ना देखने की सलाह दी है।
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कुशवाहा को अशोक चौधरी का करारा जवाब
दरअसल कुछ दिनों पहले उपेंद्र कुशवाहा ने उनको मिले संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष पद को झुनझुना और MLC के पद को लॉलीपॉप बताया था। साथ ही ये भी कहा था कि उन्हें जब केन्द्रीय मंत्री का पद छोड़ने में देरी नहीं लगी तो फिर MLC का पद क्या है। उनके इसी बयान को लेकर मंत्री अशोक चौधरी ने तंज कसा है। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें ये पद भी छोड़ना है तो छोड़ दें सिर्फ बोलने से क्या मतलब है। MLC का पद छोड़ने के लिए पंडित से मुहूर्त दिखाने की जरुरत नहीं है। वही जेडीयू द्वारा उपेंद्र कुशवाहा पर कार्रवाई किए जाने की बात पर उन्होंने कहा कि ये राष्ट्रीय अध्यक्ष का मामला है, वही इसे लेकर कुछ बता सकते हैं।
केके पाठक बयान पर अशोक चौधरी की प्रतिक्रिया
मंत्री अशोक चौधरी ने IAS अधिकारी केके पाठक के वायरल वीडियो पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि उनका बयान बिल्कुल आपत्तिजनक है। किसी भी बड़े अधिकारियों को संयम से काम लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं खुद मंत्री हूँ, मेरे साथ भी कई अधिकारी रहते हैं पर मैं चपरासी तक को तुम नहीं बोलता हूँ। जिस तरह का बयान केके पाठक ने दिया है उनकी जितनी निंदा की जाए वो कम है। उन्होंने आगे कहा ये पूरा मामला सरकार के संज्ञान में है और इसे गंभीरता से देखा जा रहा है