बाबा रामदेव की परेशानियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही है एक ओर जहां उत्तराखंड सरकार की लाइसेंस ऑथोरिटी ने सोमवार, 29 अप्रैल को बाबा रामदेव की कंपनियों के 14 प्रोडक्ट्स को बैन करते हुए उनके मैन्युफैक्चरिंग लाइसेंस को सस्पेंड कर दिया है। वहीं दूसरी ओर पतंजलि फूड्स को GST इंटेलिजेंस के चंडीगढ़ यूनिट से नोटिस मिला है। यह नोटिस कारण बताओं नोटिस है जिसमें पूछा गया है कि कंपनी से 27.46 करोड़ रुपये के इनपुट टैक्स क्रेडिट को क्यों नहीं वसूला जाना चाहिए, और पेनल्टी क्यों नहीं लगाना चाहिए।
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उत्तराखंड सरकार को कोर्ट से झटका
हालांकि इन सबके बीच विज्ञापन मामले में बाबा रामदेव को राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट में दायर IAM की याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई है। इस दौरान कोर्ट में बाबा रामदेव और पतंजलि के मैनेजिंग डायरेक्टरआचार्य बालकृष्ण भी मौजूद थे। कोर्ट ने सुनवाई करते हुए अगली पेशी से दोनों को छूट दी है इसके साथ ही माफीनामा वाले अखबार का पूरा पेज रिकॉर्ड पर नहीं रखने पर नाराजगी जताई है। साथ ही उत्तराखंड सरकार को भी कोर्ट ने पतंजली के प्रोडक्ट्स पर बैन लगाने पर फटकार लगाई है।
पतंजलि आयुर्वेद के भ्रामक विज्ञापन मामले में बाबा रामदेव ने सार्वजनितद तौर पर माफी मांग ली थी हालांकि कोर्ट ने उनके माफीनामे को कुबूल नहीं किया था 23 अप्रैल को सुनवाई करते हुए कोर्ट ने सार्वजनिक माफीनामे को खारिज करते हुए पूछा था कि क्या जिस साइज में विज्ञापन दिया था उस साइज में माफीनामा छापा गया।