कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए 10 मई को मतदान होना है। उससे पहले वहां कांग्रेस के घोषणा पत्र में किए गए एक वादे को लेकर सियासत गरमाई हुई है। दरअसल कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में वादा किया है कि कर्नाटक में उनकी सरकार बनने पर वहां बजरंग दल को बैन कर दिया जाएगा। भाजपा की तरफ से इस चुनावी मुद्दा बना लिया गया है। खुद प्रधानमंत्री मोदी भी चुनावी भाषणों में इस वादे का जिक्र कर कांग्रेस पर हमला बोल रहे हैं। वहीं अब कर्नाटक में चल रही इस लड़ाई का असर बिहार में भी देखने को मिल रहा है। बिहार की सत्तारुढ़ जदयू के एक सांसद ने भी बजरंग दल पर बैन लगाने की मांग की है।
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“बजरंग दल ने गड़बड़ किया तो बर्दास्त नहीं करेंगे”
जदयू सांसद कौशलेंद्र कुमार ने भी बजरंग दल पर बैन लगाने की मांग की। उन्होंने कहा कि बजरंग दल अच्छे से काम करे तो कोई दिक्कत नहीं है लेकिन कुछ भी गड़बड़ किया तो उसे बर्दास्त नहीं किया जाएगा। बजरंगबली ने नहीं कहा है कि नालंदा जिला और पटना जिला के लोगों को बिहारशरीफ लाओ और जुलूस निकालो। उन्होंने कहा कि हम भी हिंदू हैं पर बजरंग बली की पूजा घर में करते हैं। कहीं भी चौक-चौराहे से गुजरते हैं मंदिर के सामने सिर झुका लेते है। लेकिन जिस तरह का काम बजरंग दल काम करता है वैसा नहीं करना चाहिए।
“बजरंग दल पर पूरी तरह लगे बैन”
रामनवमी जुलुस को लेकर सांसद कौशलेंद्र कुमार ने कहा कि मैंने खुद मीटिंग के दौरान कलेक्टर साहब से जुलुस में लोगों की सीमित संख्या में रखने को कहा था। ताकि ऐसा ना हो कि पटना के लोगों को बिहारशरीफ बुला लिया जाए। भगवान राम के नाम पर भारी भीड़ इकट्ठा की जाती है कि गलत-फहमी में घटना घटती है। ये बजरंग दल जैसी संस्था की वजह से होता है। इसलिए बजरंग दल पर पूरी तरह से बैन लगा देना चाहिए। यदि बैन नहीं लगाया गया तो हम लगा देंगे।