बिहार के कुढ़नी विधानसभा पर होने वाले चुनाव के लिए वोटिंग 5 दिसंबर को होनी है। वोटिंग की तारिख नजदीक आते ही सियासी पारा हाई हो गया है। नातों के बीच वार-पलटवर भी तेज हो गया है। भाषाई मर्यादा को ताख पर रख कर नेताओं ने बयानबाजी शुरू कर दी है। कुछ दिनों पहले गुजरात चुनाव में कांग्रेस के नेता द्वारा प्रधानमंत्री मोदी के औकात को लेकर सवाल खड़ा किया था जिसपर जमकर सियासत हुई। अब औकात वाले सियासी बयान ने बिहार के राजनीति में भी एंट्री मार ली है। कुढ़नी में होने वाले उपचुनाव की लड़ाई भी औकात तक आ गई है। इसकी शुरुआत बिहार विधान परिषद नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी नेता सम्राट चौधरी के बयान से हुई है जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के औकात को लेकर प्रशन चिन्ह खड़ा किया है।
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बिहार की जनता कट रही वनवास
सम्राट चौधरी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के पास अपना कोई वोट बैंक नहीं है। उनकी औकात अपने बूते पर एक हजार वोट लाने की नहीं है। बिहार के किसिस भी जाति या धर्म के लोग हो, वो नीतीश कुमार को वोट नहीं देना चाहते हैं। उन्होंने खा कि जब समता पार्टी का गठन किया गया था उस वक्त वो लव-कुश की पार्टी कही जाती थी। लेकिन अब नीतीश कुमार अकेले सुख भोगना चाहते हैं और बाकि लोगों को वनवास में रखना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि जिस तरह भगवन श्रीराम ने वनवास काटा था उसी तहर बिहार की जनता भी नीतीश कुमार के शासनकाल में वनवास काट रही है। नीतीश कुमार बिहार के जानत की मुक्ति चाहते ही नहीं हैं। साथ ही सम्राट चौधरी ने ये भी दावा किया की कुढ़नी में जितना वोट बीजेपी के उम्मीदवार को मिलेगा उससे आधा वोट जेडीयू उम्मीदवार को मिलेगा।