सुपौल के छातापुर-प्रतापगंज पथ में नरहैया के समीप बने उच्च स्तरीय पुल का बीम क्रैक हो गया है। पुल के पश्चिमी भाग में बीम के क्रैक होने से स्थानीय लोग किसी बड़े हादसे के डर से भयभीत हैं। बताया जाता है कि बिहार पुल निर्माण निगम द्वारा करोड़ों की लागत से बने इस पुल का निर्माण कार्य वर्ष 2011 में पूरा हुआ था।
इस पुल का निर्माण मां काली कंस्ट्रक्शन, रामबाग, पूर्णिया द्वारा किया गया था, जबकि निर्माण एजेंसी बिहार पुल निर्माण निगम के कार्यपालक अभियंता का कार्यालय सहरसा में था। पुल के रखरखाव के बारे में संवेदक या विभाग अनभिज्ञ बने हुए हैं। हालांकि, संवेदक सूत्रों के अनुसार, निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद अगले पांच वर्षों तक रखरखाव की जिम्मेदारी संवेदक की होती है। लेकिन पुल का निर्माण कार्य पूरा हुए अब 13 साल हो चुके हैं।
यह पुल छातापुर और प्रतापगंज प्रखंड को जोड़ने वाली सड़क पर बना हुआ है, जहां से 24 घंटे छोटे-बड़े वाहनों का आवागमन होता रहता है। इस रास्ते से निर्माण सामग्री लदे भारी वाहनों का भी आना-जाना होता है। यदि समय रहते बीम के क्षतिग्रस्त भाग की मरम्मत नहीं कराई गई, तो इसका दायरा बढ़ सकता है और किसी बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता।