फेसबुक, व्हाट्सऐप के बाद अब लोगों को टेलीग्राम के जरिए ठगी का शिकार बनाया जा रहा है. साइबर अपराधी टेलीग्राम ऐप को हैक कर आपके परिचितों और दोस्तों से पैसों की ठगी कर रहे हैं. वहीं कई मामले तो ऐसे भी आएं हैं, जहां यूजर्स के बैंक खाते को ये हैकर्स खाली कर उन्हें कंगाल बना देते हैं.
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बिहार के नवादा, गोपालगंज और वरसलीगंज जैसे शहर साइबर अपराधियों का हब बनता जा रहा है और इन जगहों के साइबर अपराधी कई राज्यों की पुलिस के रडार पर हैं. इनका नेटवर्क देशभर में फैला हुआ है.
टेलीग्राम के जरिए हो रही है ठगी
टेलीग्राम के जरिए हैकिंग करने वाले साइबर क्रिमिनल्स आपके कॉन्टैक्ट लिस्ट में शामिल आपके दोस्तो को, आपके जानने वाले को मैसेज भेजकर उनसे गूगल पे, पेटीएम जैसे नंबर पर पैसे मंगवा रहे हैं.
टेलीग्राम के जरिए हैकिंग
प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाली एक महिला भी इस ठगी की शिकार हुई. वो महिला इस बात से बेखबर थी कि हैकर्स ने उनके टेलीग्राम अकाउंट को हैक कर लिया है. हैकर्स ने मेडिकल इमरजेंसी का हवाला देते एक नंबर पर गूगल पे करने को कहा. किसी से एक हजार तो किसी से तीन हजार रुपए ट्रांसफर करने को कहा. लोग भी आसानी से यकीन कर पैसे भेज देते हैं.
हर रोज आ रहें ठगी के मामले
विभिन्न शहरों में हर रोज ठगी के नये-नये मामले आ रहे हैं. फेसबुक, व्हाट्सएप के बाद हैकर्स टेलीग्राम के जरिए हैकिंग कर रहे हैं. ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां नकली टेलीग्राम के जरिए लोगों के खाते में सेंधमारी की गई है. एक आंकड़ों के अनुसार हर रोज दो से तीन लोग साइबर क्राइम के शिकार हो रहे हैं. पुलिस भी ऐसे मामलों में एफआइआर दर्ज कर कार्रवाई कर रही है.
बरतें सावधानी
ऐसे में कुछ सावधानियां रखते हुए आप इन ठगों से खुद को बचा सकते हैं. कभी भी कोई भी ऐप डाउनलोड करने के लिए वैरिफाइड लिंक का इस्तेमाल करें. इंटरनेट पर डुप्लीकेट ऐप्स की भरमार हैं, जिसे आप आसानी से पहचान भी नहीं सकते हैं. ऐसे में वेरिफाइड सोर्स से ही ऐप डाउलोड करें. कभी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें. अपनी पर्सनल डिटेल कभी भी शेयर न करें.
ओटीपी नंबर न शेयर करें
कोई बैंक या सरकारी कार्यालय आपसे ओटीपी नहीं पूछता है. यदि कोई आपसे पर्सनल डिटेल मांगता है तो आप कतई शेयर न करें, समझ लें कि फ्राड हो सकता है. पुलिस साइबर अपराध के खिलाफ हाल के दिनों में कई कार्रवाई की है. आगे भी साइबर फ्राड के खिलाफ अभियान चलता रहेगा.