गोपालगंज में रेडियोएक्टिव पदार्थ की बरामदगी के बाद मुंबई से भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र की टीम पहुंच कर जांच शुरू कर दी है। कैलिफोर्नियम होने के संदेह की जांच के लिए यह टीम पहुंची हुई है। कड़ी सुरक्षा के बीच कुचायकोट थाने में परमाणु अनुसंधान केंद्र की टीम जांच में जुटी हुई है।
वहीं, बिहार एसटीएफ की जांच में यूपी का कनेक्शन भी सामने आया है। यूपी के कुशीनगर के खजांची कुशवाहा का नाम सामने आया है, जिसने तस्करों को रेडियोएक्टिव पदार्थ दिया था। फरार खजांची कुशवाहा के पास रेडियो एक्टिव पदार्थ कहां से आया, इसके खुलासे के लिए पुलिस टीम यूपी में छापेमारी कर रही है।
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बता दें कि शुक्रवार को गोपालगंज के कुचायकोट थाने की पुलिस ने रेडियोएक्टिव पदार्थ को यूपी-बिहार के बलथरी चेकपोस्ट से बरामद किया था। जिसकी अंर्तराष्ट्रीय बाजार में कीमत 850 करोड़ रुपये आंकी गयी है। पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस संदिग्ध रेडियोएक्टिव पदार्थ को कैलिफोर्नियम माना जा रहा है। इसका इस्तेमाल एटम बम बनाने में किया जाता है। इसके साथ ही इसका प्रयोग कई अन्य चीजों में किया जाता है। कैलिफोर्नियम को काफी सेंसिटिव माना जाता है। भारत में आम आदमी इसको खरीद या बेच नहीं सकता।