बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से नवनियुक्त सरकारी कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे जा रहे हैं। आज उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के जन्मदिन के मौके पर भी नियुक्ति पत्र बाटें गए। जिसे लेकर सियासत शुरू हो गई है। एक ओर एक बार फिर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नियुक्ति पत्र बाटें जाने को लेकर अपनी सरकार की पीठ थपथपाई। वही दूसरी ओर विपक्ष में बैठी बीजेपी ने सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। बीजेपी नेता ओर बिहार विधान परिषद नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने नियुक्ति पत्र दिए जाने को नियुक्ति घोटाला बताया है। उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं को धोखा दे रही है।
“पहले ही हो चुकी है पंचायत सचिवों की नियुक्ति”
सम्राट चौधरी ने कहा कि जिन पंचायत सचिवों को आज नियुक्ति पत्र दिया गया है उनकी नियुक्ति 15 जुलाई को ही हो गई थी। उनकी पोस्टिंग भी की जा चुकी थी। आज फिर से उन्ही लोगों को नियुक्ति पत्र बाँट कर सरकार युवाओं के आँखों में धुल झोकने का काम कर रही है। साथ ही उन्होंने एक ओर बड़ा आरोप बिहार सरकार पर लगाया। उन्होंने कहा कि जिन 11000 पंचायत सचिवों नियुक्ति पत्र दिया गया है, उनमें सिर्फ 3500 लोगों की ही नियुक्ति पत्र सही है। बाकि लोगों की नियुक्ति NDA की सरकार में ही हो गई थी। NDA की सरकार ने 1 लाख लोगों को रोजगार दिया था। उन्ही लोगों को नियुक्ति पत्र देकर बिहार सरकार वाहवाही लुट रही है।