लोकसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान के साथ राजनीतिक दलों में सीटों के बंटवारें को लेकर बैठक शुरु हो गई है। महागठबंधन दलों के नेता सीटों के बंटवारे को लेकर सोमवार को बैठक बुलाई है। इस बैठक में कांग्रेस के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह और राजद नेता तेजस्वी यादव मौजूद रहेंगे। यह बैठक दिल्ली में आयोजित होगी। इस बैठक के बाद सीट बंटवारें को लेकर घोषणा कर दी जाएगी कि कौन पार्टी कितने सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
28 सीटों पर लड़ेगी राजद
सूत्रों की मानें तो राजद के तरफ से इस बार के विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारा को लेकर जो फार्मूला राजद के तरफ से तय किया गया है। उसके तहत राजद 28, कांग्रेस को 9, भाकपा माले को 2 और भाकपा को एक सीट मिलने की उम्मीद है। वहीं, माकपा को एक भी सीट नहीं देने की बात की जा रही है। हालांकि, माकपा ने भी अपनी दावेदारी पेश की है।
भाकपा माले की 8 सीटों पर दावेदारी
भाकपा माले ने 8 सीटों पर अपनी दावेदारी पेश की है। इस बात का भाकपा माले ने ऐलान भी कर दिया है। माले के इस कदम से महागठबंधन को बड़ा झटका लग सकता है। माले के पोलित ब्यूरो के सदस्य धीरेन्द्र झा ने मीडिया को बताया कि भाकपा माले ने 8 सीटों पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव रखा है। जिसमें नालंदा, जहानाबाद, आरा, काराकाट, सिवान, पाटलिपुत्र, कटिहार और वाल्मीकिनगर शामिल है।
जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के खाते में भागलपुर, पटना साहिब, औरंगाबाद, सासाराम, नरकटियागंज, कटिहार, किशनगंज, मुजफ्फरपुर, वैशाली सीटें दिए जाने की संभावना है। जबकि पूर्णिया सीट को कांग्रेस कोटा में शामिल करते हुए महागठबंधन की ओर से राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के लिए छोड़ा जा सकता है। कांग्रेस ने मधुबनी, मोतिहारी, पश्चिमी चंपारण व समस्तीपुर सीटों के लिए भी अपनी दावेदारी पेश की है।
वहीं, राजद अपनी परंपरागत सीट छोड़ने को तैयार नहीं है जिनमें बांका, भागलपुर, पाटलिपुत्र, बक्सर,छपरा,अररिया,दरभंगा,झंझारपुर, गोपालगंज, खगड़िया, उजियारपुर, समस्तीपुर, नालंदा, सीतामढ़ी, शिवहर, मुंगेर, नवादा, वैशाली, हाजीपुर, जमुई, व बेगूसराय सीटें शामिल है।