बिहार में ग्रामीण कार्य विभाग का कारनामा देखकर आज पूरा देश दांतों तले ऊंगलियां दबाने को विवश हैं। विभाग ने करोड़ो रुपए खर्च कर नदी की जगह पुल का निर्माण बीच खेत में कर दिया है। ग्रामीणों की मानें तो करोड़ो रुपए की लागत से बने इस पुल की कोई जरूरत नहीं थी। पुल का निर्माण नदी पर होना चाहिए था लेकिन उसकी जगह खेत के बीचो बीच पुल बना दिया गया, जो अब केवल शोभा की वस्तु बनकर रह गई है।
पूरा मामला अररिया जिले के रानी गंज विधान सभा क्षेत्र अंतर्गत परमानंद पुर वार्ड संख्या 5 का है जहां पर ग्रामीण कार्य विभाग के द्वारा पुल का निर्माण खेत में करवा दिया गया। खेत के मालिक को ना जानकारी दी गई और ना ही मुआवजा मिला।
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इसकी जानकारी मिलते ही डीएम इनायत खान ने मामले को लेकर जांच का आदेश दिया है। डीएम ने कहा कि कार्यपालक अभियंता से रिपोर्ट मांगी गई थी। उन्होंने कहा कि एसडीएम सहित अन्य अधिकारियों को स्थल निरीक्षण कर जांच का आदेश दिया गया है कि पुल का निर्माण निर्धारित जगह पर हुआ है या नहीं। उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जायेगी।