भाजपा ने बिहार में अपने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है। भाजपा ने ज्यादातर पुराने चेहरों को ही तरजीह दी है। सिर्फ चार जगह नए चेहरे बदले हैं। औरंगाबाद में पार्टी ने लगातार तीन बार के सांसद सुशील कुमार सिंह को फिर से टिकट दिया है। लगातार तीसरी बार टिकट मिलने के बाद औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी व सांसद सुशील कुमार सिंह ने आज जिलाधिकारी सह जिला निर्वाची अधिकारी श्रीकांत शास्त्री के समक्ष नामांकन पत्र दाखिल किया। औरंगाबाद के निवर्तमान सांसद सुशील कुमार सिंह ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह का आभार जताते हुए लगातार चौथी बार जीतने का भरोसा दिया है।
2019 के लोकसभा चुनाव में औरंगाबाद सीट पर NDA और महागठबंधन की टक्कर हुई थी। तब NDA से बीजेपी कैंडिडेट के तौर पर सुशील कुमार सिंह ने महागठबंधन की ओर से HAM कैंडिडेट उपेंद्र प्रसाद वर्मा को हराया था। लेकिन इस बार HAM महागठबंधन में न होकर NDA के साथ है। कभी कांग्रेस और समाजवादियों के गढ़ रहे औरंगाबाद लोकसभा सीट पर फिलहाल बीजेपी का कब्जा है।
औरंगाबाद के पिछले तीन चुनावी नतीजों पर नजर डालें तो एक ही नाम की तूती बोल रही है और वो है सुशील कुमार सिंह। सुशील कुमार सिंह यहां से जीत की हैट्रिक लगा चुके हैं। 2009 में जेडीयू कैंडिडेट के रूप में सुशील कुमार सिंह ने आरजेडी के शकील अहमद खान को हराकर जीत का परचम लहराया तो 2014 में बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी निखिल कुमार को चुनावी दंगल में धूल चटा दी। 2019 में भी सुशील सिंह ने जीत का सिलसिला बरकरार रखा और इस बार उन्होंने महागठबंधन से HAM प्रत्याशी उपेंद्र प्रसाद वर्मा को मात दी।
औरंगाबाद में मतदाताओं की कुल संख्या करीब 18 लाख 62 हजार है. जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 9 लाख 72 हजार 621 है। वहीं महिला मतदाताओं की संख्या 8 लाख 89 हजार 373 है। बात जातीय समीकरण की करें तो अनुमानित आंकड़ों के हिसाब से यहां सबसे ज्यादा वोटर राजपूत जाति से हैं जिनका वोट लगभग 2 लाख के आसपास है।वहीं 1 लाख 90 हजार के आसपास यादव मतदाता भी हैं। इसके बाद मुस्लिम मतदाताओं की संख्या करीब सवा लाख है ओर कुशवाहा वोटर्स भी सवा लाख के आसपास है। भूमिहार मतदाताओं की संख्या 1 लाख के आसपास है जबकि महादलित मतदाताओं की संख्या दो लाख के पार है। साथ ही अति पिछड़ा वर्ग के मतदाता भी यहां के चुनावी परिणाम पर खासा असर डालते हैं।
बता दें कि बिहार में कुल सात चरणों में चुनाव संपन्न होगा। पहले चरण में औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई में चुनाव होगा। औरंगाबाद सामान्य सीट है। वहीं गया अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व है। दूसरी ओर नवादा सामान्य सीट है। वहीं जमुई अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व है। प्रथम चरण में नामांकन दाखिल करने की अधिसूचना 20 मार्च, 2024 को जारी की जाएगी। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 28 मार्च, 2024 होगा। नामांकन पत्रों की जांच 30 मार्च, 2024 को पूरी कर ली जाएगी।