बिहार में भाजपा लोकसभा चुनाव 2024 में 17 सीटों पर लड़ रही है। इसके लिए उम्मीदवारों की घोषणा रविवार देर शाम हो गई। इस लिस्ट में अधिकतर नाम रिपीट हुए हैं। इसमें 13 उम्मीदवारों को भाजपा ने रिपीट किया है। जबकि 3 सांसदों बेटिकट हुए हैं। 1 सीट नई है, जहां भाजपा 2014 के बाद पहली बार लड़ रही है। शिवहर सीट भाजपा ने जदयू को देकर नवादा सीट लोक जनशक्ति पार्टी से ली थी। नई सीट नवादा में उसी जाति के चेहरे को मौका मिला।
भाजपा की ओर से जारी 17 लोकसभा क्षेत्र के लिए उम्मीदवारों में सवणों का बोलबाला है। पार्टी ने अपने कोर वोटर का पूरा ख्याल रखा है। 58 फीसदी सवर्ण समुदाय से उम्मीदवार उतारे हैं। सूची के अनुसार कुल 17 उम्मीदवारों में 10 सवर्ण समुदाय से हैं। भाजपा की जारी लिस्ट में इस बार पांच राजपूत, दो भूमिहार, दो ब्राह्मण, एक कायस्थ, तीन यादव, एक बनिया, एक दलित, दो अति पिछड़ा वर्ग को टिकट दिया गया है।
पिछली बार की तरह ही इस बार भी पांच राजपूत को उम्मीदवार बनाया गया है। इसमें पूर्वी चम्पारण से राधामोहन सिंह, महाराजगंज से जनार्दन सिंह सिग्रिवाल, आरा से आरके सिंह, सारण से राजीव प्रताप रूडी और औरंगाबाद से सुशील कुमार सिंह को उम्मीदवार बनाया है। ये पांचों अभी सांसद हैं। भूमिहार उम्मीदवारों में गिरिराज सिंह रिपीट हो रहे हैं जबकि विवेक ठाकुर नया नाम हैं।
लोजपा के कोटे से भाजपा के हिस्से में आई नवादा सीट पर भाजपा ने डॉक्टर सीपी ठाकुर के बेटे राज्य सभा सांसद विवेक ठाकुर को अपना उम्मीदवार बनाया है।
वर्तमान में विवेक ठाकुर बिहार के राज्य सभा सांसद हैं। इनका उम्र 54 साल है और वे हों सीपी ठाकुर के पुत्र है। इनकी पत्नी का नाम मीनाक्षी ठाकुर है। श्री ठाकुर बीए व एलएलबी किये हुए हैं। वे 2 मई 2013 से 6 मई 2014 बिहार विधान के सदस्य रह चुके हैं। वहीं 10 अप्रैल 2020 से अभी तक राज्य सभा सांसद है और मूल निवासी पटना के हैं।
नवादा लोकसभा की चुनावी कहानी यह है कि जब से नवादा लोकसभा से सुरक्षित सीट का टैग हटा है तब से नवादा से बीजेपी के सवर्ण प्रत्याशी जीत हासिल करते रहे हैं। 2009 के लोकसभा चुनाव में जीत की शुरुआत बीजेपी उम्मीदवार भोला सिंह ने की। 2014 के लोकसभा में बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने जीत हासिल की। 2019 में यह सीट लोजपा को गई और वहां से चंदन सिंह की जीत हुई।