बिहार भाजपा की कोर कमिटी की दो दिवसीय बैठक रविवार से दिल्ली में हो रही है। इस बैठक में 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव की रणनीति, एनडीए गठबंधन की मजबूती और पशुपति पारस की भूमिका जैसे प्रमुख मुद्दों पर चर्चा हो रही है। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के शामिल होने की संभावना है। बैठक में भाजपा की 31 सदस्यीय कोर कमिटी के सभी सदस्य हिस्सा ले रहे हैं। बिहार भाजपा के प्रमुख नेता, जिनमें प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल, दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा और संगठन महामंत्री भिखूभाई दलसानिया शामिल हैं, पहले ही दिल्ली पहुंच चुके हैं।
चुनावी रणनीति पर फोकस
बैठक का मुख्य उद्देश्य 2025 विधानसभा चुनाव की तैयारी और विपक्षी दलों का सामना करने के लिए ठोस रणनीति तैयार करना है।
- भाजपा का लक्ष्य राज्य में एनडीए को मजबूत करना और सभी घटक दलों के साथ समन्वय स्थापित करना है।
- बैठक में चुनाव जीतने की योजनाओं के साथ-साथ विपक्षी दलों के हमलों का जवाब देने की रणनीति पर भी विचार किया जा रहा है।
एनडीए गठबंधन में पशुपति पारस की भूमिका
लोजपा (राष्ट्रीय) के अध्यक्ष पशुपति पारस की एनडीए में भूमिका बैठक का एक अहम मुद्दा है। पारस एनडीए में बने रहेंगे या नहीं, इस पर विचार किया जाएगा।
गठबंधन को मजबूती देने और सभी घटक दलों को साथ लेकर चलने के तरीकों पर चर्चा होगी।
पार्टी के संगठनात्मक चुनाव भी बैठक के एजेंडे में हैं।
- मंडल स्तर पर चुनाव पूरे हो चुके हैं, लेकिन जिला और राज्य स्तर के चुनाव अभी बाकी हैं।
- वरिष्ठ नेता इन चुनावों को सुचारु रूप से संपन्न कराने के लिए मार्गदर्शन देंगे।
- पार्टी संगठन को और मजबूत करने के लिए सुधारात्मक कदमों पर भी चर्चा होगी।
शनिवार को केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय के दिल्ली स्थित आवास पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने प्रारंभिक बैठक की। इस दौरान कोर कमिटी की बैठक का एजेंडा तय किया गया। बिहार में 2025 का विधानसभा चुनाव भाजपा के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। पार्टी का लक्ष्य है कि वह एनडीए गठबंधन को मजबूत करते हुए राज्य में सत्ता हासिल करे। भाजपा नेतृत्व ने इस चुनाव के लिए व्यापक स्तर पर रणनीति तैयार करने की प्रक्रिया तेज कर दी है।