बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद कैबिनेट का विस्तार लगातार लंबित है। अब संभावना है कि 14 मार्च को कैबिनेट विस्तार किया जएगा। साथ ही सभी नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी। बिहार में 28 जनवरी को नीतीश कुमार ने एनडीए सरकार बनाई थी, जिसमें सीएम सहित कुल 9 मंत्रियों ने शपथ लिया था। लेकिन उसके बाद से कैबिनेट विस्तार नहीं हुआ था।
मौजूदा मंत्रिमंडल में मंत्रियों के पास अधिक बोझ भी है। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा के पास 9-9 विभाग हैं। नए मंत्रियों के आने के बाद विभागों का बंटवारा भी हो जाएगा।
मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले चेहरों में कुछ बड़े नाम गायब रहने की संभावना है। संजय झा के राज्यसभा जाने से वे मंत्रिमंडल से बाहर ही रहेंगे। अशोक चौधरी के भी मंत्री बनने की संभावना कम ही है क्योंकि संभवत: वे जदयू से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। वहीं भाजपा में शाहनवाज हुसैन भी मंत्री नहीं बनेंगे। उनका विधान परिषद में भाजपा ने रीन्यूअल नहीं किया है।
वहीं मंगल पांडेय का मंत्रिमंडल में आना तय माना जा रहा है। जबकि नितिन नवीन को लेकर संशय है। चर्चा यह भी कि भाजपा और जदयू दोनों मंत्रिमंडल में जातीय समीकरण की नजीर पेश कर उसका लाभ लोकसभा चुनाव में लेने का प्रयास करेंगे।