बिहार में सड़क सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए सरकार कई कदम उठा रही है। इसमें खतरनाक जगहों पर ऑटोमैटिक कैमरे लगाना और रडार गन की संख्या बढ़ाना शामिल है। लेकिन, वाहन चालक इन उपायों को नाकाम करने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं।
नंबर प्लेट पर छेड़छाड़:
हाल ही में, विभाग को पता चला है कि कई वाहन चालक अपने वाहनों के नंबर प्लेट पर छोटे-छोटे स्टिकर लगा रहे हैं ताकि कैमरे उनके नंबर को पहचान न सकें। यह धोखाधड़ी राज्य के कई शहरों में फैल रही है।
विभाग की कार्रवाई:
इस समस्या से निपटने के लिए परिवहन विभाग ने सख्त कार्रवाई करने का फैसला किया है। विभाग ने जिलों को निर्देश दिया है कि:
- नंबर प्लेट साफ दिखना चाहिए: वाहनों के आगे और पीछे नंबर प्लेट साफ-साफ दिखना चाहिए।
- नंबर प्लेट पर छेड़छाड़ पर जुर्माना और जब्ती: नंबर प्लेट पर छेड़छाड़ करने वाले वाहनों पर जुर्माना लगाया जाएगा और वाहन को जब्त किया जाएगा।
- हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट अनिवार्य: सभी वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगानी अनिवार्य है।
- फर्जी एचएसआरपी प्लेट पर कार्रवाई: फर्जी एचएसआरपी प्लेट लगाने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- जिलों में टीम गठित: फर्जी एचएसआरपी प्लेटों को पकड़ने के लिए जिलों में विशेष टीमें गठित की जाएंगी।
क्यों है यह समस्या गंभीर?
- सड़क सुरक्षा खतरे में: नंबर प्लेट पर छेड़छाड़ करने वाले वाहन चालक यातायात नियमों का उल्लंघन करते हैं और सड़क सुरक्षा को खतरे में डालते हैं।
- अपराध में इस्तेमाल: ऐसे वाहनों का इस्तेमाल अपराधी भी करते हैं।
- राजस्व का नुकसान: इससे सरकार को राजस्व का नुकसान होता है।