केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitaraman) लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए पटना आई हुई हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि बिहार को जंगलराज से बाहर लाने के लिए कितना मेहनत करना पड़ा है। बीजेपी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान वित्त मंत्री ने कहा कि बिहार में फर्स्ट टाइम वोटर को यहां के जंगल राज से हुए नुकसान को बताने की जरूरत है। लालू-राबड़ी के शासनकाल में जंगल राज के कारण बिहार में प्रति व्यक्ति आय 14,209 हो गया था, जबकि फिलहाल 37,000 प्रति व्यक्ति आय है।
जंगलराज में बिहार का बहुत नुकसान हुआ
वित्त मंत्री ने कहा लालू यादव के जंगलराज में प्रति व्यक्ति आय 33 प्रतिशत गिर गया था। जंगल राज के नुकसान से बाहर लाने के लिए कितनी मेहनत करनी पड़ी है यह बताना जरूरी है। सम्मान चाहिए, विकास नहीं… यह बोलने वालों के समय में सकल घरेलू उत्पाद ओडिशा से कम था। जंगलराज होने के बाद प्रति व्यक्ति आय 33 प्रतिशत गिर गया था। जंगल राज मिटाने के बाद 5 प्रतिशत का ग्रोथ मेंटेन करने के लिए परिश्रम करना पड़ा है।
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वहीं बिहार को विशेष दर्जा देने में क्या अड़चन है इस पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्वयं ही जवाब दिया है। वित्त मंत्री ने कहा कि विशेष दर्जा के लिए केंद्रीय वित्त आयोग की रिपोर्ट में रिकमेंडेशन आना चाहिए तभी इसके बारे में आगे विमर्श किया जा सकता है।
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केंद्रीय वित्त आयोग रिपोर्ट में टैक्स को कम करने का रिकमेंडेशन आया था, जिसके बाद तीन अलग अलग स्लैब में केंद्रीय करो में कमी की गई है। बिहार को आर्थिक सहायता और विशेष सहायता पर निर्माला सीतारमण ने कहा कि 2015 में एक पैकेज बिहार के लिए घोषणा की गई थी और 1.25 लाख करोड़ का पैकेज दिया गया था। यह पैकेज सभी क्षेत्रों के लिए दिया गया था।